पानीपत, 21 जुलाई (हप्र)
योग साधना यशवीर आश्रम बघरा, यूपी के महंत स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि सावन के महीने में हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली के शिवभक्त हरिद्वार से कांवड़ लेकर पानीपत जिले से होकर गुजरते हैं, लेकिन यूपी से हरियाणा की सीमा में प्रवेश करते हैं तो यहां रास्ते में देवी-देवताओं के नाम पर या फिर भम्रित करने वाले नामों के होटल, ढाबे, चाय व फलों की दुकानें होतीं हैं और ज्यादातर ढाबों व दुकानों पर उनके संचालकों का नाम लिखे नहीं होते हैं। इसलिये पानीपत जिला व पुलिस प्रशासन से मांग है कि जिस तरह से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उत्तराखंड के मुख्यमंत्रीपुष्कर सिंह धामी ने अपने-अपने राज्यों में सभी होटलों, ढाबों व दुकानों पर बड़े अक्षरों में उनके संचालकों व कर्मचारियों के नाम लिखना अनिवार्य किया है, उसी तर्ज पर पानीपत जिले में भी सभी ढाबों व दुकानों पर संचालकों के नाम लिखवाये जायें। स्वामी यशवीर महाराज रविवार को पानीपत में चौटाला रोड स्थित कर्मयोगी सिवाह गौशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
स्वामी यशवीर महाराज ने दावा किया कि उन्होंने ही यूपी व उत्तराखंड में सभी होटलों, ढाबों व दुकानों पर संचालकों का नाम लिखवाने की मांग को प्रमुखता से ठाया था। उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द कुछ दिनों में ही ऐसा नहीं किया तो प्रदेश के शिवभक्तों को साथ लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मांग की है कि यूपी व उत्तराखंड सरकारों की तर्ज पर प्रदेश सरकार भी इसे लेकर कानून बनाये और उसे पूरे प्रदेश में लागू करे। हरियाणा खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत भी खान-पान की सभी दुकानों पर संचालकों का नाम लिखना अनिवार्य है और नाम नहीं लिखने पर जुर्माने का प्रावधान है। इस अवसर पर ब्रहमचारी आचार्य मृगेंद्र, सिवाह गौशाला के प्रधान रविंद्र कादियान, कैशियर प्रवीन शर्मा आदि मौजूद रहे।