चंडीगढ़, 21 जुलाई (ट्रिन्यू)
गुरु-शिष्य की पवित्र परंपरा का प्रतीक ‘गुरुपूर्णिमा’ पर्व पतंजलि योगपीठ के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रामदेव के सानिध्य में पतंजलि वैलनेम, योगपीठ स्थित योगभवन ऑडिटोरियम में मनाया गया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा भारत की गुरु परम्परा ऋषि परम्परा वे परम्प सनातन परम्परा का बहुत ही गौरवपूर्णवपूर्ण प्रदान करने का पर्व है। कांवड़ मेले के दौरान प्रशासन द्वारा दुकान मालिकों के नाम के सत्यापन को लेकर उन्होंने कहा, ‘रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को क्यों दिक्कत होनी चाहिए।’ इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमें अपने पूर्वजों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके बताये सत्कर्मों की राह पर चलना चाहिए।