जींद, 21 जुलाई (हप्र)
लोक निर्माण विभाग द्वारा रानी तालाब के चारों तरफ फुटपाथ निर्माण में इंटरलाॅकिंग टाइल्स लगाकर उसकी सुंदरता और मजबूती को खराब करने के विरोध में रविवार को जींद शहर की प्रमुख सामाजिक संस्था टीम जींद सुधार ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विभाग से इंटरलोक ब्लॉक हटाने की मांग की।
टीम जींद सुधार के प्रधान प्रवीण सैनी ने रविवार को प्रदर्शनकारियों की अगुवाई करते हुए कहा कि उनका संगठन 2016 से रानी तालाब की दिल से देखरेख करता आ रहा है। इस दौरान यहां सफाई करने, इसमें नहरी पानी भरवाने और अन्य जरूरतों को पूरा करवाने का कार्य जिम्मेदारी से किया है। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील वशिष्ठ ने कहा कि रानी तालाब पर 12 साल में लगभग 6 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं।
2013-14 में 4.25 करोड़ से रानी तालाब की परिक्रमा का निर्माण किया गया था, जिसमें बेहद घटिया किस्म का धौलपुर पत्थर लगाया गया। यहां लगाई गई लाइट दो वर्ष में खराब हो गई। साल 2020-21 में एक करोड़ खर्च कर मंदिर के रास्ते का मार्बल पत्थर उखाड़ कर ग्रेनाइट लगा दिया गया, जिससे फिसलन बढ़ गई है। उस दौरान लगाई 70 लाख की लाइटों में से ज्यादातर खराब हो चुकी हैं। अब फुटपाथ बनाया गया है, जो बिल्कुल नया नहीं लगता। इंटरलोकिंग ब्लॉक ऊंचे-नीचे लगाए गए हैं। टीम जींद सुधार ने मांग की कि इंटरलॉकिंग टाइल्स को तत्काल हटाया जाए। इनकी जगह खूबसूरत चेक टाइल्स लगाई जाएं। सुनील वशिष्ठ ने कहा कि यदि विभाग ऐसा करने में असमर्थ है, तो अपने द्वारा लगाए गए ब्लॉक हटा ले। सोमवार को डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी देंगे। ज्ञापन में रानी तालाब के फुटपाथ की निर्माण क्वालिटी की जांच की मांग भी की जाएगी। यदि विभाग उदासीन रहा तो आंदोलन करेंगे। इस मौके पर सुशील कुमार, महाबीर हिन्दू, नकुल शर्मा, वरुण बजाज, देव जांगड़ा, मन्नू हिंदू, सचिन शर्मा नरेश रानोलीया, मोहित आसरी, धर्मपाल मित्तल, सुरेंद्र कुमार, पुरुषोतम, जस्मीत, केशव, कबीर, अमित उपस्थित रहे।