हिसार, 22 जुलाई (हप्र)
दूसरी फर्मों में करोड़ों रुपये ट्रांसफर करके बैंक ऑफ बड़ौदा की हिसार ब्रांच को करीब 22.66 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में सेंट्रल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने रोहतक के महम स्थित श्री बांके बिहारी ऑयल मिल्स के पार्टनर्स के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। बैंक आफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र सिंह सैनी ने 13 जून, 2024 को सीबीआई को शिकायत दी थी। सीबीआई ने 19 जुलाई को यह मामला दर्ज किया है। इस एफआईआर में श्री बांके बिहारी ऑयल मिल्स की 50 प्रतिशत की पार्टनर शकुंतला देवी, 40 प्रतिशत के पार्टनर उसके बेटे विपुल सिंगला व दस प्रतिशत की पार्टनर उनकी बहू सोनम बंसल के अलावा अज्ञात सरकारी कर्मचारी व अन्य को आरोपी बनाया है। सीबीआई ने इस मामले की जांच इंस्पेक्टर दीपेंद्र बधान को सौंप दी है। सीबीआई को दी शिकायत में उन्होंने कहा है कि बांके बिहारी ऑयल मिल वर्ष 2000 से 2019 तक यह प्रोपराइटरशिप फर्म थी और शकुंतला देवी इसकी पोपटराइटर थी। अतिरिक्त कैपिटल के लिए इसको पार्टनरशिप फर्म बना दिया। फर्म के पास एचडीएफसी बैंक से 17.98 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधा थी और 28 फरवरी, 2022 को फर्म ने अपना बैंक एकाउंट बैंक आफ बड़ौदा बैंक में खुलवा लिया और बैंक ने फर्म को 22.9 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधा मंजूर कर दी। 20 फरवरी, 2023 को फर्म की वित्तीय स्थिति खराब हो गई इस अकाउंट को रेड फ्लैग के तौर पर चिन्हित कर दिया गया और रिजर्व बैंक आफ इंडिया को रिपोर्ट कर दी गई। इसके बाद खराब टर्न ऑवर व ब्याज का भुगतान न करने के कारण एकाउंट को 22 फरवरी, 2023 को एनपीए घोषित कर दिया। 20 अप्रैल, 2024 तक फर्म की आउट स्टैंडिंग 20.66 करोड़ थी। फोरेसिंग ऑडिट रिपोर्ट करवाई तो उसमें खुलासा हुआ कि बांके बिहारी ऑयल मिल्स के पार्टनर द्वारा संचालित की जाने वाली प्रोपराइटरशिप फर्म को बिना किसी व्यापारिक लेनदेन के काफी रुपये ट्रांसफर करके यह धोखाधड़ी की है।