मनीमाजरा (चंडीगढ़), 22 जुलाई (हप्र)
आचार्यवर के चातुर्मास के लिए पूरे चंडीगढ़ प्रशासन की टीम हमेशा ही तैयार है। ये शब्द आज पंजाब के राज्यपाल व शहर के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने तेरापंथ के 265वें स्थापना दिवस के अवसर पर अणुव्रत के ग्राउंड में उमड़े जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहे। पुरोहित ने कहा कि वे यहां पर मुनिश्री के आदेश पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि वे जैन धर्म के सभी सिद्धांतों को अपनाते हैं। राज्यपाल ने इस मौके पर मौजूद लोगों से अपील करते कहा कि आप सभी एक पौधा मां के नाम पर जरूर लगाएं। उन्होंने भी राजभवन में एक पौधा लगाया है। राज्यपाल ने कहा कि आप सभी भी आज एक वचन लेकर जरूर जाएं कि एक पौधा जरूर लगाएंगे क्योंकि एक पौधा 10 बेटों के बराबर है। आज सबसे बड़ी जरूरत पर्यावरण को बचाने की है।
मनीषी संत मुनि श्री विनय कुमार जी आलोक ने 265वें तेरापंथ स्थापना दिवस पर कहा कि तेरापंथ समाज में आज से बड़ा दिन नहीं है। राष्ट्र निर्माण में तेरापंथ के इतिहास का बड़ा योगदान है। तेरापंथ ने राष्ट्र निर्माण में आगे बढ़कर नेतृत्व किया है और बड़ी से बड़ी मुश्किल को पहले अपने कंधों पर लिया। आचार्य भिक्षु स्वामी ने रूढ़िवादिता का अंत किया। कार्यक्रम में ट्राईसिटी के अलावा पंजाब, हरियाणा इत्यादि राज्यों से बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाओं ने हिस्सा लिया। राज्यपाल को स्मृति चिन्ह देकर मनोज जैन, कुलदीप सुराणा, राजेंद्र, सलील व अंकित ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में हरियाणा होमगार्ड डीजीपी एसके जैन ने भी शिरकत की। कार्यक्रम की शुरूआत मुनिश्री के महामंत्र और राष्ट्रगान से हुई।