जीरकपुर, 22 जुलाई (हप्र)
नगर परिषद जीरकपुर की प्रधानगी को लेकर चल रहा मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में सोमवार को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने मामले की अगली तारीख 1 अगस्त तय की है। दूसरी ओर प्रशासन ने नगर परिषद अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों की नाम की नेम प्लेट हटाते हुए वहां प्रशासक के तौर पर मोहाली की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन की नेम प्लेट लगा दी है। नप अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों ने इससे पहले बागी पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को लेकर की गई बैठक को अवैध बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी थी जिसकी आज सुनवाई हुई। इसके बाद स्थानीय निकाय विभाग ने कोरम पूरा न होने का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अध्यक्ष ढिल्लों द्वारा गत 5 जुलाई को बुलाई गई बैठक को रद्द कर दिया, जिसे चुनौती देने के लिए नप अध्यक्ष ढिल्लों की ओर से गत शुक्रवार को एक अन्य पटीशन दायर की गई थी। डबल बेंच के जस्टिस सुधीर सिंह और जस्टिस करमजीत सिंह ने सुनवाई के दौरान दोनों मामलों को एक करते हुए मामले की अगली सुनवाई 1 अगस्त तय गई है। कोर्ट ने स्थानीय निकाय विभाग से बैठक रद्द करने के लिए दिये गये हवालों के संदर्भ से संबंधित दस्तावेज, बैठक की वीडियोग्राफी की मांग की है। अध्यक्ष उदयवीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि पहले कानून व्यवस्था का हवाला देकर बैठक रद्द की गई, जबकि बाद में स्थानीय निकाय विभाग ने कोरम पूरा न होने के आधार पर इसे रद्द कर दिया। यह दोनों ही बातें गलत हैं। नियमों के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कोरम लागू नहीं होता है।
दूसरी ओर बागी पार्षद हरजीत सिंह मिंटा ने कहा कि 5 जुलाई को अध्यक्ष द्वारा रखी गई बैठक को पहले ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर रद्द कर दिया था। उसके बाद उनकी ओर से नियमानुसार अध्यक्ष द्वारा बैठक न बुलाने जाने पर 15 जुलाई को बुलाई गई बैठक में दो तिहाई 22 मतों से अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया था, जिसके बाद अब उदयवीर सिंह ढिल्लों को प्रधान रहने का कोई अधिकार नहीं है।