कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि आम लोगों को कोई राहत नहीं दी गई है। उन्होंने दावा किया कि बेरोजगारी के मोर्चे पर सरकार ने कोई प्रभावशाली कदम नहीं उठाए हैं। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि बजट भाषण कहीं भी यह विश्वास नहीं दिलाता कि सरकार मुद्रास्फीति के मुद्दे से गंभीरता से निपटेगी। उन्होंने कहा, ‘किसान विरोध के लिए लामबंद हो रहे हैं। उनकी मांगों में से एक यह है कि कृषि उपज के लिए घोषित एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को कानूनी गारंटी द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए। (इस मांग का) कोई जबाव नहीं दिया गया।’