चंडीगढ़, 23 जुलाई (ट्रिन्यू)
देश की प्राचीनतम पवित्र नदी सरस्वती के इतिहास से युवा पीढ़ी रूबरू होगी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने सरस्वती नदी के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया है।
प्राचीन ऋग्वेद ग्रंथ के बाद अब सरस्वती की गाथा एनसीईआरटी की किताबों में पढ़ी जाएगी। एनसीईआरटी ने छठी कक्षा में सामाजिक विज्ञान की नई पाठ्यपुस्तक में सरस्वती सिंधु सभ्यता को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। द बिगनिंग आफ इंडियन सिविलाइजेशन भारतीय सभ्यता का एक चेप्टर एनसीईआरटी की छठी किताब में पढ़ाया जाएगा।