राजपुरा, 23 जुलाई (निस)
162 दिन से लगातार शम्भू बॉर्डर पर चल रहे मोर्चे के चलते किसान मजदूर मोर्चा पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में किसान मजदूर मोर्चा के नेता मलकीत सिंह घोलामी के साथ मीटिंग में विचार-विमर्श किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि पिछले पांच महीने से आंदोलन चला रहे किसानों की बिजली, पानी, लैटरिंग, मच्छर भगाने की दवा जैसी बुनियादी जरूरतों को लेकर पंजाब सरकार, पुलिस प्रशासन और बिजली विभाग के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन सरकार, पुलिस प्रशासन, बिजली अधिकारियों ने आज तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया। चार दिन पहले किसान नेता बलवंत सिंह बेहरामके ने पावरकॉम के एसडीओ से कहा था कि किसान आंदोलन शम्भू बॉर्डर पर एक भी ट्रांसफार्मर नहीं रखा गया है। एसडीओ का कहना था कि यह उनके बस की बात नहीं, उच्चाधिकारी ही इस बारे में कोई फैसला ले सकते हैं। आज किसान नेताओं ने इसका कड़ा नोटिस लेते हुए कहा कि अगर 25 जुलाई तक ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया या अन्य जरूरी इंतजाम नहीं किए गए तो 26 जुलाई को एक बड़ी सभा की जाएगी और शम्भू बॉर्डर से किसान राजपुरा के लिये रवाना होंगे औरर गगन चौक पर पक्का धरना लगाकर तोराहे को मुकम्मल तौर पर बंद कर दिया जायेगा। उन्होंने साफ किया कि मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य विभागों के अधिकारियों की होगी। इस अवसर पर किसान मजदूर मोर्चा के नेता, बलवंत सिंह बेहरामके बीकेयू बेहरामके, जंग सिंह बीकेयू भटेडी कलां, बीबी सुखविंदर कौर बीकेयू क्रांतिकारी, सतनाम सिंह मनोचाहल आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।