कुरुक्षेत्र, 23 जुलाई (हप्र)
सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि प्राकृतिक खेती से किसानों को जोड़ने का जो इनीशिएटिव उन्होंने लिया था, उसे लेकर केंद्र सरकार ने रुचि दिखाई है। हाल ही में उन्होंने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलकर प्राकृतिक खेती के इस कांसेप्ट को बढ़ावा देने संबंधी बात की थी, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। मंगलवार को प्रस्तुत किए गए बजट में एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का प्रावधान सरकार ने तय किया है।
सांसद जिंदल ने कहा कि यह विषय लोगों की सेहत से जुड़ा हुआ है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस विषय को लेकर बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि बंजर और जहरीली हो रही भूमि को बचाने का एकमात्र जरिया प्राकृतिक खेती है। यूरिया डीएपी और पेस्टिसाइड की परत ने मिट्टी को इस कदर सख्त बना दिया है कि जमीन में पानी जाने के लिए रिसाव के छेद भी बंद होने लगे हैं। इसी वजह से जमीन बरसात का भी पूरा पानी अंदर नहीं सोख पा रही। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के साथ मिलकर उन्होंने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है।
गुरुकुल में प्राकृतिक खेती के वैज्ञानिक पक्ष को पदमश्री डॉ. हरिओम ने सांसद जिंदल के समक्ष मजबूती से प्रस्तुत किया था। डॉ. हरिओम ने बताया कि आचार्य देवव्रत पहले ही पूरे देश में प्राकृतिक खेती के रोल मॉडल बनकर व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।