सुरजीत सिंह/निस
समराला, 24 जुलाई
आज पंजाब में नशा एक गंभीर मुद्दा बन गया है। नशा रोकने में सरकार बड़े-बड़े दावे करने के बावजूद नशा रोकने में पूरी तरह असफल रही है। इसका नतीजा यह है कि नशा हर गली-नुक्कड़ पर धड़ल्ले से बिक रहा है। इसके कारण पंजाब के युवा नशे की चपेट में आकर कीमती जानें गवां रहे हैं। सरकार के नशा विरोधी अभियान महज कागजी खानापूर्ति बनकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें पंजाब के लोगों के सामने नहीं आईं कि पुलिस प्रशासन ने बड़े नशा तस्करों को पकड़कर सजाएं दी हों या नशा तस्करी करके बनाई गई उनकी संपत्तियों को जब्त किया हों। विचार आज यहां मानव अधिकार सुरक्षा संस्था की यूनिट की स्थापना के समय इस पत्रकार से बात करते हुए संजीव कुमार दुआ और अमरनाथ टागरा ने साझा तौर पर कही। उन्होंने कहा कि नई संस्था में शहर की अग्रणी समाजसेवी हस्तियों को शामिल किया गया है, जो नशा विरोधी अभियान में प्रशासन की मदद करेंगे। इसके साथ ही समाजसेवी कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी की सरकार मानव अधिकारों का हनन कर रही है। प्रशासन गरीब और बेसहारा लोगों को परेशान कर रहा है। दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बिना पैसे के दफ्तरों में काम नहीं होते। ऐसे मामलों में मानव अधिकार सुरक्षा संस्था के कार्यकर्ता बेसहारा लोगों की मदद के लिए आगे आएंगे। इस मौके पर संस्था का विस्तार करते हुए समराला शहर की प्रमुख हस्तियों को पंजाब अध्यक्ष हरीश भांबरी द्वारा संस्था में शामिल किया गया। जिसमें मानव अधिकार सुरक्षा संस्था परिवार में अमरनाथ टागरा को महासचिव पंजाब और संजीव कुमार दूआ को संगठन सचिव पंजाब नियुक्त किया गया। दोनों मुख्य पदाधिकारियों ने पंजाब अध्यक्ष भांबरी को विश्वास दिलाया कि वे संस्था के मानव अधिकारों की रक्षा और समाजसेवी कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और सौंपी गई जिम्मेदारी को तनदेही से निभाएंगे। इसी दौरान पंजाब अध्यक्ष हरीश भांबरी द्वारा संजीव कुमार दूआ और अमरनाथ टागरा को सम्मानित किया गया। इस मौके पर दविंदर कौर, नितिन गुप्ता और लखबीर सिंह नीलू विशेष तौर पर उपस्थित रहे।