चंडीगढ़, 24 जुलाई (ट्रिन्यू)
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा की सांसद कुमार सैलजा ने लोकसभा में आज कई मुद्दे उठाये। उन्होंने अग्निवीर भर्ती को समाप्त करने, एमएसपी की लीगल गारंटी देने की मांग करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अब सरकार का स्लोगन – ‘कुर्सी को बचाओ मित्रों पर लुटाओ’ ही है। सिरसा में मेडिकल कॉलेज और प्रदेश में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सैलजा ने हरियाणा सरकार को भी घेरा। इसके अलावा उन्होंने कुरुक्षेत्र में आयुष यूनिवर्सिटी का मुद्दा भी उठाया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना, किसानों को फसलों के समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनाने के अलावा प्रदेश में स्मार्ट सिटी की बदहाली का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि बजट ने साबित कर दिया है कि दूसरे राज्यों की अनदेखी की गई है। उन्होंने मनरेगा, हिसार एयरपोर्ट और हरियाणा के गांव गोरखपुर में बन रहे परमाणु बिजली संयंत्र का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने हरियाणा में बढ़ते अपराधों को लेकर कहा कि कभी कहा जाता था देशां में देश हरियाणा, जहां दूध दही का खाणा, समय निकाल कर एक बार जरूर आना म्हारे हरियाणा, अब भाजपा ने दस साल में म्हारे हरियाणे को बना दिया गुंडों और बदमाशों का ठिकाना। अब प्रदेश व केंद्र की जुमला सरकार ने पूरे प्रदेश का नाश कर दिया है। उन्होंने मनरेगा मजदूरों का मुद्दा उठाते हुए 400 रुपये दिहाड़ी तय करने की मांग की। फरीदाबाद व करनाल को स्मार्ट सिटी बनाने का ऐलान तो कर दिया लेकिन इस शहरों का बुरा हाल है।
सरकार के पास महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नीति नहीं है। महिला सशक्तिकरण के नाम पर केवल स्किलिंग और होस्टल की योजनाएं। सैलजा ने कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार ने चुप्पी साधी हुई है। एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग को भाजपा ने बजट से बाहर ही रखा है। बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई योजना नहीं रखी, जनता की बुनियादी आवश्यकताओं की अनदेखी हुई, हरियाणा और देश के नागरिकों के लिए यह बजट निराशाजनक दस्तावेज़ साबित हुआ है। जनता के हितों को नजरअंदाज करते हुए केवल दिखावे की योजनाओं का पिटारा खोला
गया है।
शिलान्यास करवाकर भूल गये…
हरियाणा सरकार ने हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की थी। सिरसा में मेडिकल कालेज का राष्ट्रपति से शिलान्यास करवाकर सरकार भूल गई। कुरुक्षेत्र में आयुष कालेज का शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री ने किया, लेकिन उसे भी भूल गई। उन्होंने कहा कि युवाओं को बजट से बहुत उम्मीद थी पर सरकार ने युवाओं के साथ छलावा ही किया है। नये रोजगार के अवसर सृजित करने का कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं है। युवाओं को इंटर्नशिप का वादा (कांग्रेस के न्यायपत्र से चोरी किया गया वादा) जिसमें ऐसे फेरबदल हैं जिससे कोई लाभ नहीं होने वाला)। रोजगार सृजन की योजनाएं केवल कागजी हैं, वास्तविकता में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। देश में बेरोजगारी में अव्वल प्रदेश हरियाणा के युवाओं को इस बार भी भाजपा ने निराशा, हताशा एवं उपेक्षा का बंडल बनाकर बजट के रूप में दे दिया है।