चंडीगढ़, 24 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस में विधानसभा टिकटों को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से आवेदन करने को कहा है। आवेदन के लिए बाकायदा फीस निर्धारित की है। सामान्य जातियों के लिए 20 हजार रुपये आवेदन फीस है। वहीं अनुसूचित जाति और महिलाओं के लिए 5 हजार रुपये फीस तय की हुई है। नब्बे सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित (रिजर्व) हैं।
कांग्रेस द्वारा आवेदन लेने की प्रक्रिया 5 जुलाई से शुरू की गई थी। 31 जुलाई तक आवेदन किया जा सकेगा। बृहस्पतिवार तक चंडीगढ़ तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में विभिन्न विधानसभा सीटों से 900 के लगभग आवेदन पहुंच चुके थे। 31 जुलाई तक इनकी संख्या 1500 से अधिक होने के आसार हैं। पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी के मौजूदा विधायकों को भी टिकट के लिए आवेदन करना होगा। ऐसे में विधायकों ने भी आवेदन करना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस टिकटार्थियों के सामने दोहरी परीक्षा है। उन्हें प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में फीस के साथ तो आवेदन करना ही पड़ रहा है। साथ ही, उन्हें हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया को भी आवेदन भेजना पड़ रहा है। इसके लिए बाकायदा बाबरिया के कार्यालय की ओर से हरियाणा के नब्बे हलकों को अलग-अलग जोन में बांटकर ईमेल एड्रेस पब्लिक किए हैं। कुछ कांग्रेसियों ने इस पर नाराजगी भी जताई है। उनका कहना है कि प्रदेश मुख्यालय में आवेदन करने के बाद अलग से आवेदन की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
बगावत के भी आसार
विधानसभा क्षेत्रवार जिस तरह से कांग्रेस टिकटार्थियों में होड़ लगी है, उसने पार्टी के दिग्गज नेताओं की परेशानी भी बढ़ा दी है। पार्टी में भितरघात का खतरा बढ़ गया है। टिकट नब्बे ही नेताओं को मिलनी है लेकिन इनके दावेदारों की संख्या कई गुणा है। ऐसे में इस बार पिछली चुनावों के मुकाबले काफी अधिक निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में आ सकते हैं।