पानीपत, 25 जुलाई (वाप्र)
सरकारी अस्पताल के डाक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से इलाज करवाने आए मरीजों की परेशानी बढ़ गई। अस्पताल में सुबह से ही लंबी कतारें लगनी शुरु हो गई। अस्पताल प्रशासन ने दावा किया था कि मरीजों को परेशान नहीं होना दिया जाएगा। अतिरिक्त चिकित्सकों का प्रबंध कर लिया गया है। एनसी मेडिकल कालेज के 5 डाक्टरों को डयूटी पर लगाया गया। आपातकालीन के लिए दो चिकित्सकों का नियुक्त किया गया। वहीं पोस्टमार्टम की जिम्मेदारी इएसआई अस्पताल के डाक्टरों की दी गई। अस्पताल में सीरियस मरीजों के उपाचार की व्यवस्था नहीं हुई। सांप काटने का एक मरीज अस्पताल में आया जिसका उपाचार स्वयं सीएमओ ने किया। मरीज अभी क्रिटिकल स्थिति में है। जिस पर निगाह रखी जा रही है। सीएमओ जयंत आहूजा ने बताया कि हड़ताल के चलते वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। थोड़ी बहुत ही परेशानी मरीजों आई है। कुछ कन्फयूजन थे उन्हें क्लीयर किया गया है।
कैथल (हप्र) : जिले भर के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इसके साथ ही नर्सिंग ऑफिसर ने भी दो घंटे तक हड़ताल की। उनकी हड़ताल सुबह आठ बजे शुरू हुई जो 10 बजे तक जारी रही। हड़ताल के कारण सुबह के समय अस्पताल में पहुंचे मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ी। हड़ताल के चलते एनएचएम के चिकित्सकों ने ओपीडी संभाली। उन्होंने मरीजों का इलाज शुरू किया। वहीं, नर्सिंग ऑफिसर ने भी सुबह के समय दो घंटे तक हड़ताल की। जिला नागरिक अस्पताल में 16 में 12 डॉक्टर छुट्टी पर रहे। सिविल सर्जन डॉ. रेनू चावला ने बताया कि हड़ताल के चलते एनएचएम के तहत लगे डॉक्टरों को ड्यूृटी पर लगाया गया। इसके तहत किसी भी प्रकार की परेशानी मरीजों को नहीं हुई।
करनाल (हप्र) : सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को दिनभर काफी परेशानियां झेलनी पड़ी। दूसरी ओर नर्सों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चो खोल दिया, नर्सें भी मांगों के लिए 2 घंटे हड़ताल पर चली गई। डॉक्टरों ओर नर्सों के विरोध को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार फील्ड में रहे ओर व्यवस्था का जायजा लेते रहे ताकि स्थिति को संभाला जा सकें।