कैथल, 25 जुलाई (हप्र)
क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के आह्वान पर बृहस्पतिवार को लिपिकीय कर्मचारियों ने मिलकर ‘हरियाणा क्लर्क 35400’ और ‘हरियाणा लिपिक 35400’ का ट्विटर अभियान छेड़ा, जो कि पूरे दिन देशभर में ट्रेंडिंग रहा। इस अभियान को ट्रेंडिंग में लाने के लिए पुनीत, मनीष सिंगला और आशीष लिपिक ने अपनी टीम के साथ मिलकर अहम भूमिका निभाई। तीनों ने सभी विभागों, बोर्डों, नगर निकायों और विश्वविद्यालयों में कार्यरत सभी लिपिकीय कर्मचारियों की मुख्य मांग मूल वेतन 35400 को हरियाणा ही नहीं, पूरे देश में सोशल मीडिया के माध्यम से उठाने के लिए कर्मचारियों को उत्साहित किया, जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेताओं को टैग किया गया। लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का कहना है कि हरियाणा सरकार अन्य वर्ग के कर्मचारियों की मांगों को तो पूरा कर रही है, परन्तु लिपिक कर्मचारी के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पिछले रविवार जब एसोसिएशन की पैदल यात्रा कुरुक्षेत्र पहुंची थी, तब क्लेरिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी सीएम आवास पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात करने के लिए आगे बढ़े तो प्रशासन और पुलिस कर्मचारियों द्वारा नाकाबंदी कर ली गई और जबरदस्ती सभी लिपिकीय कर्मचारियों को 4 अलग-अलग बसों के भरकर अलग-अलग थानों में ले जाकर 5 घंटे तक बैठाए रखा। जब सरकार की इस बर्बरता का महेंद्रगढ़ में विरोध किया गया तो सरकार द्वारा यहां भी कर्मचारियों का दमन करते हुए 70 लिपिकों को नजरबंद कर दिया गया।