पंचकूला, 25 जुलाई (हप्र)
बृहस्पतिवार को एचसीएमएस के डॉक्टरों की स्ट्राइक के कारण मरीजों को काफी ज्यादा परेशान होना पड़ा। एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग ने स्ट्राइक को लेकर बंदोबस्त किए हुए थे, दूसरी ओर डॉक्टरों की स्ट्राइक के कारण विभाग के सभी बंदोबस्त फेल होते दिखाई दिए। मरीजों का ओपीडी में चैकअप नहीं हो रहा था और इमरजेंसी में पहली बार कोई डॉक्टर नहीं था। ओपीडी तो दूर पंचकूला के जनरल अस्पताल में इमरजेंसी में भी इलाज नहीं मिलने के कारण कई मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा। स्ट्राइक के कारण पंचकूला जैसे जिले में ओपीडी ही नहीं, अल्ट्रा साउंड से लेकर इमरजेंसी में आने वाले कई मरीजों को बिना इलाज वापस जाना पड़ा। पीएमओ डॉ. उमेश मोदी ने बताया कि डॉक्टर्स स्ट्राइक पर थे, लेकिन ओपीडी और इमरजेंसी सर्विस में डीएनबी डॉक्टर्स के साथ सीनियर कंसलटेंट लगाए गए थे। स्ट्राइक के दौरान बृहस्पतिवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक अल्ट्रा साउंड सेंटर में 6 घंटे के अंदर सिर्फ 5 ही अल्ट्रा साउंड हुए। ये दावा स्वास्थ्य विभाग ने खुद किया है और कहा गया कि कोई भी बिना अल्ट्रा साउंड के नहीं गया।
मरीजों के कार्ड बने पर डाक्टरों ने देखा नहीं
अस्पताल में सुबह 7 बजे से ही मरीज आने शुरू हो गए थे। जैसे ही रजिस्ट्रेशन काउंटर्स खुले तो सिक्योरिटी गार्ड्स से लेकर ओपीडी के बाहर तैनात स्टाफ मरीजों को वापस भेजते रहे। बोलते रहे कि आज डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं, ओपीडी में चैकअप नहीं होगा।