तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 26 जुलाई
केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि क्षेत्र के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होता। इसलिए वे किसी भी मुख्यमंत्री से भिड़ लेते हैं, क्योंकि जनता उनकी पीठ मजबूत किए बैठी है। वे शुक्रवार को डहीना के उपतहसील मैदान में धन्यवाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने डहीना उप-तहसील भवन सहित करोड़ों रुपयों के विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव व राव की पुत्री भाजपा नेत्री आरती सिंह राव भी मौजूद रहीं।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि वह नई पीढ़ी को राजनीति में लाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को राजनीति में आगे बढ़ना होगा, जो जनता के हित की बात पहले रखे। उन्होंने कहा कि लड़ाई लड़ने से ही हक मिलते हैं और राजनीति में लड़ने वालों की कमी हो रही है। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि परिसीमन के जरिए अहिरवाल की राजनीतिक ताकत कम करने की साजिश राजनीतिक पार्टियों ने रची, लेकिन जनता ने एकजुट होकर उनकी साजिश को विफल कर दी और इसे अपनी ताकत बढ़ाने के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने जन प्रतिनिधियों को मजबूत करने की पैरवी करते हुए कहा कि पंचायती राज अधिनियम में 72, 73वें संशोधन की आवश्यकता है। अधिकारियों की एसीआर लिखने की शक्ति सरपंचों, जिला परिषद व पंचायत समिति अध्यक्ष को मिलनी चाहिए। उनका प्रयास होगा कि चुने हुए प्रतिनिधियों का मान सम्मान हो।
इस अवसर पर राव इन्द्रजीत सिंंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें पार्टी की टिकट देने का काम किया तो जनता ने जितवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनकी टिकट कटवाने के लिए तो काफी लोग लगे हुए थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। राव इंद्रजीत ने कहा कि पिछले दिनों महेंद्रगढ़ में आयोजित रैली में उनकी मांग पर केंद्र सरकार की तर्ज पर क्रीमीलेयर की सीमा बढ़ाकर 8 लाख कर दी गई। गृहमंत्री अमित शाह ने उनकी मांग पर इसमें सुधार किया। मोदी ने ही बैकवर्ड कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया। कांग्रेस की हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा पर कटाक्ष करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उनके सांसद रहते दक्षिण हरियाणा में केंद्रीय विश्वविद्यालय, सैनिक स्कूल, रक्षा विश्वविद्यालय, आइटीबीपी जाटूसाना का केंद्र बना। अगर वे आवाज नहीं उठाते तो केन्द्रीय विवि भी कहीं ओर ले जाने की तैयारी थी।