छत्रपति संभाजीनगर, 27 जुलाई (एजेंसी)
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार ने आरक्षण को लेकर समुदायों के बीच फूट पर शनिवार को चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को हितधारकों के साथ और बातचीत करनी चाहिए।
पवार छत्रपति संभाजीनगर में एक विश्वविद्यालय में एक किताब के विमोचन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘आरक्षण को लेकर हितधारकों के साथ जो बातचीत होनी चाहिए थी, वह नहीं हुई है। मुख्यमंत्री लोगों के एक समूह के साथ बातचीत करते हैं, जबकि सरकार में अन्य लोग अलग समूहों के साथ बातचीत करते हैं। इससे गलतफहमी पैदा होती है।’ पवार ने कहा कि उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ अपनी राय साझा की, जो बातचीत के पक्ष में दिखे। उन्होंने कहा, ‘सरकार को मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे, (मंत्री) छगन भुजबल और ओबीसी आरक्षण के लिए प्रतिबद्ध अन्य लोगों को बातचीत के लिए बुलाना चाहिए।’
पवार ने कहा कि वह ‘आरक्षण के मुद्दे को लेकर समुदायों के बीच फूट’’ को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘जरांगे ने कहा है कि लिंगायत, मुस्लिम और धनगर (गड़िया) समुदाय को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए। ऐसा लगता है कि आरक्षण पर बातचीत की प्रक्रिया सही दिशा में शुरू हो गई है। यदि ऐसा किया जाए तो समाज में कटुता नहीं रहेगी।’