चंडीगढ़, 28 जुलाई (हप्र)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य के लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुए आज यहां 58 नई हाईटेक एंबुलेंसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री, जिनके साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह भी मौजूद थे, ने राज्य के लोगों को एंबुलेंस समर्पित करते हुए कहा कि ये एंबुलेंस कठिन समय में लोगों की सेवा में हमेशा उपलब्ध रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एंबुलेंसों को शामिल करने से अब कुल 325 एंबुलेंस जनता की सेवा में उपलब्ध रहेंगी ताकि उन्हें समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इन अत्याधुनिक एंबुलेंसों के लिए जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचने के लिए शहरी क्षेत्रों में 15 मिनट और ग्रामीण क्षेत्रों में 20 मिनट की समय-सीमा निर्धारित की गई है। ये एंबुलेंस सड़क सुरक्षा बल के समन्वय से काम करेंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि आपातकालीन स्थिति में लोगों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर कीमती जानें बचाई जा सकें। उल्लेखनीय है कि 14 करोड़ रुपए की लागत से खरीदी गईं इन 58 हाईटेक एंबुलेंसों में स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवश्यक दवाएं और अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध होंगे। ये एंबुलेंस मरीजों को प्राथमिक उपचार सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उल्लेखनीय है कि ये एंबुलेंस राज्य में मानवता की सेवा के लिए बड़ी भूमिका निभा रही हैं और वर्तमान वर्ष में इन एंबुलेंसों के माध्यम से एक लाख से अधिक मरीजों को सुरक्षित तरीके से अस्पतालों में पहुंचाया गया है, जिनमें 10,737 दिल के मरीज, 28,540 गर्भवती महिलाएं और अन्य मरीज शामिल हैं। इसके अलावा इन एंबुलेंसों में 80 बच्चों का सुरक्षित जन्म भी हुआ है। इसके साथ ही सड़क हादसों के पीड़ितों की जान बचाने के लिए सड़क सुरक्षा बल पीड़ितों के लिए एंबुलेंस सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु 108 हेल्पलाइन के साथ लगातार समन्वय से काम कर रहा है।
केंद्र पर लगाया स्वास्थ्य मिशन के 1000 करोड़ रोकने का आरोप
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य के 1000 करोड़ रुपए के फंड रोक रखे हैं ताकि पंजाबियों को मानक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच से वंचित रखा जा सके। राज्य के लिए 58 हाईटेक एंबुलेंसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन केंद्र सरकार लगातार साजिशें रच रही है ताकि पंजाबियों को इन सुविधाओं से वंचित रखा जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब सरकार की जन-हितकारी पहलों को विफल करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य के 1000 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी नहीं कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय कदम है। केंद्र सरकार किसी न किसी बहाने गैर-भाजपा सरकारों को परेशान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों ने राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति ला दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1.75 करोड़ लोग इन क्लीनिकों का लाभ ले चुके हैं और इन क्लीनिकों में आने वाले 95% से अधिक मरीज यहीं से दवा लेकर ठीक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के साथ किया जा रहा यह सौतेला व्यवहार केंद्र सरकार की राज्य के प्रति खराब मानसिकता को दर्शाता है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की इस धक्केशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पंजाबवासी इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की मांग भी दोहराई। मुख्यमंत्री ने पंजाब के नए राज्यपाल की नियुक्ति का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि सरकार और राज्यपाल के पद, दोनों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी।