जींद (हप्र) : जींद में 32 दिन बाद रविवार को हल्की बूंदाबांदी और बारिश से लोगों को उम्मीद बनी है कि अब मानसून की बारिश होगी और खेतों में सूख रही धान तथा गन्ने की फसल को नया जीवन मिलेगा। बारिश न होने से खेतों में खड़ी धान और गन्ने की फसल बर्बाद हो रही थी, तो उमस भरी भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल किया हुआ था। रविवार दोपहर बाद जींद में कुछ देर के लिए हल्की बारिश हुई। इससे लोगों को भीषण गर्मी से कुछ देर के लिए राहत मिली। किसानों को उम्मीद बनी कि अब मानसून की बारिश से खेतों में सूख रही धान और गन्ने की फसल को नया जीवन मिल जाएगा।