जींद, 28 जुलाई (हप्र)
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा धर्मांधता और जातिवाद को बढ़ावा देकर इसी की राजनीति करती है। हरियाणा की जनता को यह दोनों कतई मंजूर नहीं हैं। यही वजह है कि आज हरियाणा के 70 प्रतिशत मतदाता सत्ताधारी दल को हराना चाहते हैं। यह कांग्रेस पार्टी पर है कि वह इन 70 प्रतिशत मतदाताओं को किस तरह अपने पीछे मजबूती से लामबंद करती है।
बीरेंद्र सिंह रविवार को जींद में मध्य उत्तरी हरियाणा विकास संगठन के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह 10 साल भाजपा में रहे। इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि भाजपा केवल धर्म और जाति की राजनीति करती है। यही उसका एजेंडा है। कांग्रेस पार्टी में भूपेंद्र हुड्डा के हीरो होने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा देवानंद नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी में ठीक उसी तरह से 11 हीरो हैं, जिस तरह विश्व कप जीतने वाली भारत की टीम के 11 खिलाड़ी थे। किसी एक नेता से बात बनती नहीं है। उनका प्रयास रहेगा कि कांग्रेस के सभी नेताओं को एक साथ एक रास्ते पर चलने को तैयार करें। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी नेता एक मंच पर हों। इससे ज्यादा जरूरी यह है कि कांग्रेस के सभी नेता हरियाणा में सत्ता परिवर्तन कर कांग्रेस की सरकार बनाएं, जो जनता के सपनों को पूरा करे और उम्मीद पर खरी उतरे। इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण शर्मा, युवा अध्यक्ष वृंदा शर्मा आदि खास तौर पर मौजूद रहे। सम्मेलन में पहुंचने पर बीरेंद्र सिंह का शिवनारायण शर्मा और वृंदा शर्मा ने स्वागत किया।
‘हरियाणा में कांग्रेस-भाजपा के अलावा नहीं कोई’
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में आज कांग्रेस और भाजपा के अलावा दूसरी कोई पार्टी नजर नहीं आती है। प्रदेश के 70 प्रतिशत मतदाता भाजपा को हराना चाहते हैं, और उनकी नजर में कांग्रेस के अलावा दूसरी कोई पार्टी नहीं है। इससे पहले बीरेंद्र सिंह ने मध्य, उत्तरी हरियाणा विकास संगठन के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा और जजपा पर बड़े हमले बोले। उन्होंने संगठन के कार्यकर्ताओं को मध्य, उत्तरी हरियाणा और खासकर जींद के विकास की आवाज उठाने के लिए सम्मानित किया।
सांसद सैलजा को एसोसिएशन ने सौंपा ज्ञापन
हिसार (हप्र): नाॅर्दर्न जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन रोहतक मंडल के अध्यक्ष त्रिलोक बंसल एवं उपप्रधान सुरेंद्र पूनिया ने रविवार को सांसद कुमारी सैलजा के हिसार स्थित कार्यालय में मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन अध्यक्ष त्रिलोक बंसल ने सांसद से चर्चा करते हुए बताया कि कर्मचारी यूनियन ने केंद्र सरकार द्वारा एलआईसी के शेयर बेचने के विरोध के बावजूद वर्ष 2022 में 3.5 प्रतिशत इक्विटी बेच दी। केन्द्र सरकार अगर आगे भी यह जारी रखती है तो सरकार के जनविरोधी फैसले का लोकसभा में विरोध किया जाए। अन्य मांग में उन्होंने बताया कि करोड़ों एलआईसी पॉलिसी धारकों के लिए बीमा एक छोटी बचत का साधन है जो परिवार की आर्थिक जोखिम की भी पूर्ति करता है।