बीबीएन, 29 जुलाई (निस)
बद्दी के भटोली कलां स्थित एक कंपनी के कामगारों ने मांगों को लेकर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया। कामगारों ने 12 घंटे की ड्यूटी के बाद 8 घंटे का मानदेय देने पर नारेबाजी की। कामगारों ने सुबह तीन घंटे तक कंपनी बंद रखी । बाद में कंपनी संचालकों की ओर से कामगारों की मांगें मानने पर सभी कामगार ड्यूटी पर चले गए। कामगारों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और तेज करेंगे।
कपनी के कामगार इंटक फेडरशन के पदाधिकारियों के साथ सुबह सात बजे कंपनी गेट पर जमा हुए। इस दौरान सभी कामगारों ने गेट पर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। कामगारों ने आरोप लगाए कि कम्पनी प्रबंधकों का कामगार के प्रति बर्ताव ठीक नहीं है। मजदूरों का कहना था कि 12 घंटे मेहनत करने के बाद उन्हें 12 हजार वेतन मिलना और पीएफ व ईएसआई भी नहीं कट रहा है। कई मजदूर प्रबंधकों की कथित तानाशाही के चलते नौकरी छोड़ गांव चले गए हैं। पूरा दिन काम करने के बाद भी पूरा मानदेय नहीं मिल रहा है।
वहीं मौके पर इंटक फेडरेशन के प्रदेश जनरल सेक्रेटरी हरबंस राणा ने कहा कि कम्पनी प्रबंधन कर्मचारियों के साथ गलत कर रहा है। उन्हें पर्याप्त वेतन नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों की यही मांग है कि उन्हें 8 घंटे ड्यूटी करवाने के बाद 12 हजार रुपए वेतन दिया जाए, साथ ही ईएसआई व पीएफ काटा जाए ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। साथ ही उन्होंने सभी उद्योगों को भी चेताया कि सभी उद्योगों में न्यूनतम वेतन लागू किया जाये अन्यथा इसी प्रकार की हड़ताल निरंतर चलती रहेगी।
उधर, कंपनी के एचआर प्रबंधक हिमांशु ने बताया कि ये सभी लोग ठेकेदार के पास कार्यरत हैं। कंपनी की ओर से ठेकेदार को पूरा पैसा दिया जा रहा है। अगर ठेकेदार हेराफेरी कर रहा है तो इसकी जांच की जाएगी। कंपनी प्रबंधकों के आश्वासन के बाद सभी कामगार सुबह 10 बजे ड्यूटी पर चले गए।