राजपुरा, 29 जुलाई (निस)
सिविल अस्पताल के एमरजेंसी विभाग में ड्यूटी पर तैनात डाॅक्टर के साथ लगभग दो दर्जन लोगों द्वारा हाथापाई करने के मामले में पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई न करने से नाराज सिविल अस्पताल के डाॅक्टरों ने आज ओपीडी बंद कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने लगभग दो घंटे बाद केस दर्ज करने का भरोसा दिलाने के बाद डाॅक्टरों ने ओपीडी सेवा खोल दी।
बीती रात एमरजेंसी विभाग में ड्यूटी पर तैनात डाॅक्टर सुखमनजीत सिंह ने बताया कि बीती रात लगभग 10 बजे कुछ लोग, जो गांव दमनहेड़ी के बताये जा रहे हैं, एक 15 वर्षीय बच्चे को लेकर आये, जो मृत था। उन्होंने जब ग्रामीणों को बताया कि लड़का मृत है और उसके बारे में पुलिस को सूचित करना पड़ेगा तो ग्रामीण भड़क गये और हाथापाई करते हुये जबरदस्ती शव को लेकर चले गये। उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना के बारे सूचित किया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं आई। उन्होंने एमरजेंसी का दरवाजा बंद कर अपनी जान बचाई। इसके बाद आज सुबह डाॅक्टरों व बाकी स्टाफ ने एमरजेंसी को छोड़ कर सभी सेवाएं बंद कर दीं। दोपहर बाद पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच डाक्टरों को विश्वास दिलाने के बाद ओपीडी सेवाएं खोल दी गईं।