फतेहाबाद, 31 जुलाई (हप्र)
भीषण गर्मी में लग रहे अघोषित बिजली कटों ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। ओवरलोड के कारण पूरी रात शहर में तो मोहल्लों में फ्यूज उड़ने की शिकायतें आती रहती हैं।
वहीं, दूसरी ओर कृषि क्षेत्र में 8 घंटे बिजली देने की सरकार की घोषणा के बावजूद अघोषित कट लगने से किसान उद्वेलित हैं। खेतों में सूखती फसलों को देखकर किसान सड़क पर उतरने पर मजबूर हो रहे हैं।
बीती रात फतेहाबाद के ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली कटौती से परेशान लोगों ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए। इस बार जिले में बरसात भी नहीं हो रही। बीते मंगलवार सायं को करीब 7 बजे ट्यूबवैल सप्लाई पर अघोषित कट लगने से परेशान मताना के किसानों ने भोडियाखेड़ा स्थित बिजली निगम के कंट्रोल रूम का और भूना क्षेत्र के किसानों ने नाढोड़ी में 33 केवी बिजलीघर का घेराव कर दिया।
वहीं, गांव भिरडाना व रजाबाद, भूथन, झलनियां के किसानों ने फतेहाबाद-भूना रोड पर आठवां मिल के पास जाम लगा दिया।
इसके अलावा गांव भिरड़ाना बिजलीघर में किसान धरने पर बैठ गए। कुम्हारिया के किसान भी रात को बड़ोपल बिजलीघर पर पहुंच गए। देर रात किसानों के बीच पहुंचे निगम व पुलिस के अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास किया और रात 10 बजे ग्रामीण घरेलू सप्लाई काटकर ट्यूबवैलों की आपूर्ति बहाल की गई, जिसके बाद किसान शांत हुए।
फतेहाबाद के भूना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि बिजली के हालात दो दिन में नहीं सुधरे तो वह भूना के 33 केवी बिजली घर पर ताला लगाने को मजबूर हो जाएंगे।
बिजली उपभोक्ताओ का यह भी आरोप हैं कि एसडीओ व जेई को बार-बार फोन करने के बावजूद भी अघोषित कटों के प्रति कोई भी कदम नहीं उठाया गया। किसानों ने कहा कि बिजली कटौती की कारण से धान व अन्य फसलें सूख रही हैं और गर्मी की वजह से बच्चों का हाल-बेहाल है।
क्या कहते हैं कार्यकारी अभियंता
बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता संदीप मेहता का कहना है कि दो दिन हमे मजबूरी में कट लगाने पड़े। क्योंकी यकायक बरसात न होने तथा ट्यूबवैल कनेक्शन बढ़ जाने के कारण पीक समय में डिमांड 14 हजार मेगावाट तक पहुंच गई। अब स्थिति नियंत्रण में है तथा बुधवार को तो ट्यूबवैलों को 8 घंटे से भी ज्यादा सप्लाई दी गई। आगे से कट नही लगेंगे।