सोनीपत, 31 जुलाई (हप्र)
पिछले चार सीजन से अधर में लटकी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिले में एक बार फिर से पटरी पर लौटती नजर आ रही है। सरकार द्वारा सोनीपत जिले के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिसके अंतर्गत आगामी 16 अगस्त तक किसान फसल बीमा करवा सकते है। फसल बीमा किसानों के लिए स्वैच्छिक होगी। हालांकि लोन धारक किसान अगर फसल बीमा योजना के तहत फसल का पंजीकरण नही करवाना चाहते तो उन्हें लिखकर देना होगा। ऐसा न करने पर संबंधित बैंक से फसल बीमा का प्रीमियम कट जाएगा।
दरअसल, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। खरीफ सीजन में इस योजना के तहत किसानों की धान, बाजरा, कपास और मक्का आदि फसलों का बीमा किया जाता है। ओलावृष्टि, बाढ़ आदि मौसमी मार की वजह से फसल बर्बाद होने पर किसानों को बीमा कंपनी मुआवजा जारी करती हंै। धान की फसल में जलभराव से होने वाले नुकसान को हालांकि बीमा कवर से बाहर रखा है। योजना के तहत प्रीमियम का एक हिस्सा केंद्र सरकार, एक हिस्सा प्रदेश सरकार और एक हिस्सा किसान द्वारा अदा किया जाता है। परंतु सोनीपत जिले में पिछले चार सीजन से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अधर में लटकी हुई थी। जिसके कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। परंतु अब इसे एक बार फिर से लागू किया गया है।
अब एचडीएफसी एग्रो जनरल इंश्योरेंस कंपनी संभालेगी बीमा
योजना को लेकर सरकार द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के तहत सोनीपत जिले को कलस्टर- टू में रखा गया है। इस कलस्टर में सोनीपत के साथ-साथ अंबाला, करनाल, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम आदि जिले शामिल किए गए है। सोनीपत जिले में पहले रिलायंस कंपनी बीमा योजना संभालती थी, लेकिन इस बार रिलायंस को हटाकर एचडीएफसी एग्रो जनरल इंश्योरेंस कंपनी को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
”प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पिछले कुछ सीजन से जिले में लागू नहीं थी। लेकिन इस बार खरीफ सीजन के लिए सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। किसान 16 अगस्त तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसलों का बीमा करवा सकते है। किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।”
-डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत।
23 हजार 688 किसानों का हुआ था फसल बीमा
सोनीपत जिले में पिछले कई सीजन से किसानों का फसल बीमा नही हो पा रहा था। गत खरीफ सीजन 2023 में करीब 4 हजार किसानों का प्रीमियम तो काटा गया था, लेकिन बाद में उसे लौटा दिया गया था। इससे पहले खरीफ सीजन 2022 में प्रधानमंत्री फसल योजना के तहत किसानों ने फसलों का बीमा करवाया था। जिसके अंतर्गत 23 हजार 688 किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया था। बीमा कंपनी द्वारा उक्त खरीफ सीजन में फसलों में हुए नुकसान पर 5 करोड़ 21 लाख 34 हजार रुपये का मुआवजा किसानों को जारी किया था। करीब 930 किसानों में यह मुआवजा राशि वितरित की गई थी।