नारनौंद, 31 जुलाई (निस)
पिछले महीनों से सुंदर ब्रांच नहर में लगातार पानी न आने के कारण किसानों की धान की फसल सूखने के कगार पर है। इस समस्या को लेकर किसान जिला उपायुक्त व विभाग के अधिकारियों को लिखित में शिकायत भी दे चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। अब फिर नहर के पानी को बंद कर दिया गया। इससे किसानों में सरकार के प्रति रोष पैदा हो गया। गुस्साये किसानों ने गांव पुट्टी मोड़ पर जींद-भिवानी सड़क पर जाम लगा दिया।
जाम लगने के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।
बास निवासी किसान सिल्ली सैनी, सीएम भारद्वाज, तेलु राम, माकड़ मोर, रामकुमार, पंडित जगबीर, दले राम इत्यादि ने बताया कि सुंदर ब्रांच नहर में पिछले 10 साल से लगातार एक सप्ताह पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। इस कारण काफी किसानों के खेतों में एक बार भी पानी नहीं आ पाता है। इस समस्या को लेकर जिला उपायुक्त व विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं। दो दिन पहले भी इसकी शिकायत जिला उपायुक्त से की थी लेकिन उसके बाद भी अधिकारी किसानों की समस्या का समाधान नहीं कर रहे। सरकार किसान हितैषी होने का झूठा ढिंढोरा पीट रही है। अगर वास्तव में ही सरकार किसान हितैषी है तो हमारी समस्या का समाधान करे। क्योंकि हजारों एकड़ में खड़ी धान की फसल सूखने के कगार पर है। जब तक नहर में पानी नहीं छोड़ा जाता तब तक किसान सड़क पर जाम लगाए रखेंगे।
कांग्रेस नेता डॉ. राजवीर मोर ने कहा कि किसानों की फसल सूख रही है और सरकार आंख बंद कर किसानों की बर्बादी का नजारा देख रही है। पिछले दिनों भी किसानों ने नहर में पानी को लेकर जाम लगाया था। पांच दिन ही नहर में पानी छोड़ा गया। उसके बाद दो दिन से फिर बंद कर दिया गया है। उन्होंने मांग की कि तुरंत प्रभाव से नहर में पानी छोड़ा जाए, अन्यथा किसान बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।