फरीदाबाद, 31 जुलाई (हप्र)
मेजर हार्ट अटैक एवं गंभीर पेंक्रियाटाइटिस से पीड़ित 17 वर्षीय लड़के की एसएसबी अस्पताल में सफल एंजियोप्लास्टी करके जान बचाई गई। उल्लेखनीय है कि 17 साल के एक लड़के को 4 दिन से पेट में दर्द और उल्टी हो रही थी। वह गंभीर पेंक्रियाटाइटिस बीमारी से पीड़ित था जिसका इलाज वह एक स्थानीय अस्पताल से करा रहा था। इलाज के चौथे दिन उनके सीने में तेज दर्द हुआ। ईसीजी और इको से पता चला कि उन्हें बड़ा दिल का दौरा पड़ा है। दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका बीपी और ऑक्सीजन का स्तर खतरनाक स्तर तक गिर गया। उसे एसएसबी अस्पताल फरीदाबाद रेफर कर दिया गया। ईको के अध्ययन में पता चला कि हृदय बहुत कमजोर और पंपिंग शक्ति केवल 30 प्रतिशत थी। मरीज को तुरंत वेंटिलेटर पर रखा गया और कैथलैब में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनकी एंजियोग्राफी में बहुत सारे रक्त के थक्कों के साथ अवरुद्ध एलएडी धमनी दिखाई दी। सीनियर कार्डियोलोजिस्ट डॉ. सिद्धांत बंसल ने एलएडी के थक्के को निकाला और धमनी को स्टेंटिंग से खोल दिया। एसएसबी अस्पताल की हृदय टीम द्वारा समय पर इलाज कर इस युवा लड़के को बचा लिया गया। एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी, हॉस्पिटल फरीदाबाद के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डाॅ. एसएस बंसल ने कहा कि आजकल कम उम्र में ही दिल के दौरे पड़ रहे हैं, इसलिए यदि किसी को किसी भी उम्र में सीने में तकलीफ, सांस लेने में समस्या हो रही है, तो उन्हें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।