झज्जर, 31 जुलाई (हप्र)
पूर्व मंत्री और झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने सत्ताधारी भाजपा पर दलितों और पिछड़ों के अधिकारों पर कुठाराघात करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा और आरएसएस की मूल विचारधारा दलित और पिछड़ा विरोधी है। इसीलिए वह जातिगत जनगणना का विरोध कर रही है। गीता भुक्कल अपने निवास स्थान पर हलके के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस ने दलितों को आरक्षण देने वाले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान का भी विरोध किया था और पिछड़ों को आरक्षण देने वाले मंडल कमीशन का भी। आज भी आरएसएस और भाजपा के नेता व कार्यकर्ता आरक्षण विरोधी एजेंडा चला रहे हैं, क्योंकि ये लोग दलित और पिछड़ों का सशक्तिकरण नहीं देख सकते। राहुल गांधी ने जब देश की संसद में जातिगत जनगणना की मांग की तो भाजपा नेताओं की बौखलाहट सबके सामने आ गई। साथ ही भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने उजागर हो गया।
गीता भुक्कल ने कहा कि आज दलित, पिछड़ा, गरीब सामान्य वर्ग व अल्पसंख्यक समेत हर तबका जातिगत जनगणना का समर्थन कर रहा है क्योंकि इससे पता चलेगा कि जनसंख्या में किसकी कितनी हिस्सेदारी है और देश की सरकार, राजनीति व अर्थव्यवस्था में किसकी कितनी भागीदारी है। इससे सभी वर्गों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने के लिए भाजपा ने ओबीसी क्रीमीलेयर को 8 से घटाकर 6 लाख कर दिया।
गरीब, किसान, एससी व ओबीसी बच्चों को पढ़ाने वाले पांच हज़ार स्कूलों को भी इस सरकार ने बंद किया है। इतना ही नहीं, मौजूदा सरकार ने वंचित वर्गों के बच्चों का वजीफ़ा और सौ-सौ गज के प्लॉट देने वाली कांग्रेस सरकार की स्कीम को भी बंद कर दिया।