चंडीगढ़, 1 अगस्त (हप्र)
आजाद भारत में विकसित पहले आधुनिक शहर नंगल का पुराना रूप जल्द ही बहाल किया जाएगा। यह घोषणा पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यहां जारी एक बयान में की। उन्होंने कहा कि नंगल शहर, जिसे नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड द्वारा विकसित किया गया था, समय बीतने और पिछली सरकारों की गलतियों के कारण अपनी विकसित शहर वाली पहचान खो चुका है। उन्होंने कहा कि इस शहर के पुराने रूप को फिर से बहाल करने के लिए नंगल शहर के विकास पर 20.50 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि सबसे पहले नंगल शहर के लिए साफ पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 10 करोड़ रुपए की लागत से एक परियोजना तैयार की गई है, जिसके तहत नंगल शहर को नहर के पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नंगल शहर को 2 एमडी नहर का पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिसे बढ़ाकर 5 एमडी किया जा रहा है। यह अगले दो दशकों के दौरान नंगल शहर में उत्पन्न होने वाली पेयजल की मांग को पूरा करने की क्षमता रखता है।
इसके अलावा, नंगल शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता को भी ढाई गुना बढ़ाया जा रहा है। साथ ही, नंगल शहर को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से 30 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 5 करोड़ रुपए नंगल के सरकारी कन्या स्कूल पर खर्च किए जाएंगे, जबकि 4.50 करोड़ रुपए से सरकारी स्कूल लड़के में एक शानदार स्विमिंग पूल बनाया जाएगा। इसके अलावा, जलफा माता मंदिर का 1 करोड़ रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नंगल शहर में बहुत जल्द एक विश्व स्तरीय संग्रहालय भी तैयार किया जा रहा है।