शिमला, 2 अगस्त (हप्र)
हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में शुक्रवार से शिक्षकों व विद्यार्थियों दोनों की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था शुरू हो गई है। ऑनलाइन हाजिरी लगने से शिक्षकों व विद्यार्थियों दोनों का रियल टाइम डेटा एकत्र होगा। ऑनलाइन हाजिरी लगाने में आनाकानी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। मोबाइल एप से हाजिरी लगते ही विद्या समीक्षा केंद्र में हाजिरी का डाटा ट्रांसफर हो जाएगा। शिक्षा विभाग ने स्मार्ट उपस्थिति एप से हाजिरी अनिवार्य करने के जिला उपनिदेशकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। शिमला जिला के सुन्नी शिक्षा खंड में ट्रायल सफल रहने के बाद अब पूरे प्रदेश में इस नई व्यवस्था को शुरू किया गया है। प्रदेश में जुलाई महीने में ट्रायल आधार पर इस व्यवस्था को शुरू किया गया था। इसके लिए संबंधित शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। एेप के माध्यम से शिक्षकों को स्टाफ लॉगिन से पहले खुद की हाजिरी दर्ज करानी होगी। उसके बाद अपनी कक्षा के सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इससे विद्यार्थियों का रियल टाइम डाटा एकत्र होगा। प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले करीब आठ 8 लाख विद्यार्थियों और करीब 80 हजार शिक्षकों का डाटा यू-डाइस पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के आदेशों पर शिक्षा विभाग ने इस व्यवस्था को लागू किया है। हर जिले में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं। इस ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में विद्यार्थियों के नाम स्कूल और कक्षावार सहित पूरा ब्योरा होगा।
27 अगस्त से शुरू होने वाले हिमाचल विधान सभा के मानसून सत्र के चलते शिक्षा विभाग में 19 अगस्त से लेकर 10 सितंबर तक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शुक्रवार को प्रस्तावित छुट्टियों और टूअर पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं।