हेमंत पाल
पचास साल का अरसा कम नहीं होता। फिल्मों की बात की जाए तो इस अरसे में कई हीरो और हीरोइन आकर, पहचान बनाकर गुम हो जाते हैं। याद किया जाए, तो बीते पचास साल में कलाकारों की एक लंबी कतार आगे निकल गई। लेकिन, कोई अपनी जगह खड़ा है, तो वो है अभिनेत्री रेखा, जिसने उम्र को अपनी मुट्ठी में जकड़ लिया। वे अब फिल्मों में काम नहीं करती, पर उनकी लोकप्रियता बरक़रार है। आज भी उतनी ही खूबसूरत दिखती हैं, जितनी 30 साल पहले लगती थी। जबकि, फ़िलहाल वे 69 साल की हैं। उम्र का ये वो पड़ाव है जिसमें व्यक्ति खुद स्वीकार लेता है कि वो बूढ़ा हो गया, पर रेखा नहीं हुई! आज भी जब टीवी पर किसी फंक्शन में दिखाई देती हैं, तो सारे कैमरे उनकी तरफ मुड़ जाते हैं। भारी कांजीवरम साड़ी, हाई हील, चेहरे पर भरपूर मेकअप, मांग में सिंदूर और चेहरे पर वही मुस्कराहट। सब कुछ वैसा ही जो किसी हीरोइन में दर्शक देखना चाहते हैं।
निःसंदेह रेखा बेहद खूबसूरत हैं। वे फिल्म इंडस्ट्री की उन हीरोइनों से भी कहीं ज्यादा सुंदर हैं, जिन्हें दुनिया विश्व सुंदरी और ब्रह्मांड सुंदरी के ख़िताब से नवाज चुकी है। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में ढेरों उतार-चढ़ाव आए, लेकिन इसका असर उनकी खूबसूरती पर नहीं पड़ा। किंतु, जिन्होंने रेखा को 1970 में आई उनकी पहली फिल्म ‘सावन भादों’ में देखा था, वे तब और बाद की रेखा में फर्क समझते हैं। सांवली सी उस रेखा में बाद में बहुत फर्क आता गया। खासकर अमिताभ के साथ आई फिल्मों ने उन्हें लोकप्रियता भी दिलाई और शिखर पर पहुंचाया। अमिताभ के साथ उनकी पहली फिल्म 1976 में आई ‘दो अनजाने’ थी। इसमें रेखा की अदाकारी से ज्यादा अमिताभ के साथ उनकी केमिस्ट्री को पसंद किया गया था। तभी से रेखा और अमिताभ का नाम जोड़कर देखा जाने लगा। दोनों ने कई हिट फ़िल्में साथ की। इनमें मुकद्दर का सिकंदर, खून पसीना, मिस्टर नटवरलाल, गंगा की सौगंध, राम बलराम और सुहाग आई। दोनों की फिल्मों का यह दौर ‘सिलसिला’ तक चला। अपने 50 साल के कैरियर में रेखा ने 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।
शुरुआती जीवन से आज तक संघर्ष
रेखा ने अपनी जिंदगी में बहुत उतार-चढ़ाव देखे। रेखा के पिता जेमिनी गणेशन साउथ सिनेमा के सुपरस्टार थे, जिनका अभिनेत्री पुष्पवल्ली से अफेयर था जिन्होंने बिना शादी किए रेखा को जन्म दिया, इस वजह उन्हें बचपन में पिता के प्यार से वंचित रहना पड़ा। उन्होंने बहुत कम उम्र में तमिल और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। इसके बाद वे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आ गई। रेखा का एक्टिंग कैरियर तो बहुत अच्छा रहा, पर निजी जिंदगी उतनी ही अस्त-व्यस्त रही। जीवन में कई रोमांस में उनका नाम जुड़ा, 3 शादियां की, फिर भी वे आज अकेली हैं। यदि उनके साथ कुछ है, तो अनसुलझे किस्से और कहानियां। इसके अलावा अमिताभ बच्चन से उनके रिश्ते की गॉसिप। उनकी दुनिया में सिर्फ उनकी दोस्त, सेक्रेटरी और उनकी राजदां सिर्फ फरजाना ही है। आज भी लोग रेखा का नाम अमिताभ से जोड़कर देखते हैं, पर इसकी सच्चाई कोई नहीं जानता है। यदि कोई जानता है तो सिर्फ फरजाना।
सबसे ज्यादा चर्चा में रही कहानियां
यह अभिनेत्री अपनी फिल्मों से ज्यादा अपनी प्रेम कहानियों की वजह से चर्चा में रही। अमिताभ उनकी जिंदगी में आने वाले पहले शख्स नहीं रहे, पर आखिरी जरूर। सबसे पहले रेखा का नाम जितेंद्र से जुड़ा था। लेकिन, जितेंद्र शादीशुदा थे, तो यह रिश्ता ज्यादा नहीं चला। फिर किरण कुमार और रेखा का रोमांस भी कुछ समय तक चला। इसके बाद रेखा की जिंदगी में आए कलाकार विनोद मेहरा। कहा तो यहां तक जाता है कि विनोद मेहरा और रेखा ने शादी कर ली थी। लेकिन उनकी मां ने नहीं स्वीकारा। उनका नाम संजय दत्त के साथ भी लिया गया, पर संजय दत्त ने इसका खंडन किया था। अक्षय कुमार के साथ भी नाम जुड़ा। लेकिन, अमिताभ बच्चन के साथ जब रेखा का नाम जुड़ा तो फिर वो कभी अलग नहीं हो सका। कहा जाता है, कि रेखा आज भी अपनी मांग में जो सिंदूर लगाती है, वो अमिताभ के नाम का ही है। लेकिन कभी रेखा ने यह राज नहीं खोला कि उनकी मांग में लगे सिंदूर का कारण क्या है।
रेखा के जीवन में मुकेश अग्रवाल प्रसंग
रेखा की जिंदगी में एक पड़ाव मुकेश अग्रवाल के नाम का भी आया। पर, हवा झोंके की तरह आया और चला गया। दिल्ली के इस कारोबारी से रेखा ने 1990 में बाकायदा शादी की, पर ये साथ साल भर भी नहीं रहा। संदिग्ध स्थितियों में मुकेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। आज भी यह राज ही है कि मुकेश अग्रवाल को किस वजह से जीवन से विरक्ति हुई! कहा जाता है कि रेखा को शादी के बाद पता चला था कि मुकेश को मानसिक बीमारी है। इसके बाद रेखा ने मुकेश से दूरी बना ली। मुकेश के परिवार ने इसका दोषी रेखा को ही माना। फिल्म इंडस्ट्री में यहां तक कहा गया कि रिश्तों को लेकर उनकी किस्मत ऐसे अंजाम तक ले जाती है… पहले विनोद मेहरा और उसके बाद मुकेश अग्रवाल। लेकिन, रेखा ने लांछनों को ख़ामोशी से झेल लिया।
खूबसूरती बनाए रखने के सीक्रेट
फ़िल्मी दर्शक रेखा की जिस टाइमलेस ब्यूटी के दीवाने हैं, उसे बनाए रखने के लिए वे बहुत जतन करती हैं। अच्छी अभिनेत्री होने के साथ रेखा के ग्लैमर ने उन्हें सुंदरता का प्रतीक बना दिया। इस उम्र में भी रेखा अपनी खूबसूरती से लोगों के दिलों पर राज करती हैं। लेकिन, यह सब आसान नहीं है। दरअसल आयुर्वेदिक औषधियों और अरोमा थेरेपी पर रेखा को ज्यादा भरोसा है। वे अनुशासित जीवन जीती हैं। हमेशा खुश रहने की कोशिश करती हैं। वहीं उनकी ग्लैमरस त्वचा का एक बड़ा राज़ है पानी का सेवन। दिनभर में 10-12 गिलास पानी पीती हैं। यह भी कि वे अच्छी नींद लेती हैं। यह उन्हें पूरा दिन फिट, स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखता है। वे जंक, फ्राइड और ओवरकुक्ड फ़ूड खाने से परहेज करती हैं। बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सप्ताह में एक बार शहद, दही और अंडे का सफेद पैक का इस्तेमाल करती हैं। इसके अलावा आंवले, शिकाकाई, मेथी के बीज और नारियल के तेल में विश्वास करती हैं। रेखा शाम साढ़े 7 से पहले ही डिनर कर लेती हैं। उनका खाना पौष्टिक होता है। चेहरे की नियमित सफाई, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग करती हैं। रेखा कई सालों से योग और ध्यान करती रही हैं।
एक रिश्ता जो कुछ खास है
रेखा और उनकी सेक्रेटरी फरज़ाना को लेकर अकसर मीडिया में चर्चा होती है। इसलिए कि 40 साल से ज्यादा समय से फरजाना जितनी रेखा से जुड़ी है, उतना कोई नहीं जुड़ा। वे हेयर ड्रेसर के रूप में रेखा के करीब आई थी। रेखा पर 2016 में सामने आई यासिर उस्मान की किताब में भी दावा किया था कि फरजाना को ही रेखा के करीब तक जाने की इजाजत है। वक़्त के साथ दोनों का विश्वास गहराता गया। रेखा ने उन्हें 1986 में हेयर ड्रेसर से सेक्रेटरी बना लिया। आज भी अगर किसी को रेखा से मिलना है, तो उसे पहले फरजाना से मिलना पड़ता है। कुछ का तो यह भी कहना है कि फरज़ाना का पहनावा कुछ ख़ास तरह का है, अमिताभ की तरह का है! चित्र : लेखक