चंडीगढ़, 2 अगस्त (ट्रिन्यू)
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने खेलो इंडिया के तहत 2200 करोड़ रुपये के कुल व्यय में हरियाणा को 3 प्रतिशत से भी कम यानी केवल 65 करोड़ रुपये आवंटित करने पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में 50 प्रतिशत से ज्यादा मेडल जीतने वाले हरियाणा को खेलो इंडिया में 3 प्रतिशत से कम राशि देना घोर अन्याय है। प्रदेश के खिलाड़ियों द्वारा पदक जीतने पर प्रोत्साहन और पुरस्कार मिलने की उम्मीद के विपरीत सरकार द्वारा इतनी कम की राशि देकर उनका अपमान कर रही है। इसके उलट गुजरात, उत्तर प्रदेश को 400 करोड़ से ज्यादा की राशि मिली है। हरियाणा को सिर्फ 65 करोड़ रुपए ही मिले हैं। वे शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान खिलाड़ियों के मुद्दे पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बजट आवंटन का आधार पदक होना चाहिए। यानी अधिक पदक जीतने पर अधिक बजट और कम पदक जीतने पर कम बजट। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट की तरह केंद्र सरकार खेल बजट में भी हरियाणा को भूल गई।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हरियाणा से भेदभाव करके सरकार लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला ले रही है। दीपेंद्र ने कहा कि पेरिस ओलंपिक में अभी तक देश को तीन मेडल मिले हैं और इनमें से दो हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं।
21वीं सदी में ओलंपिक खेलों में देश को अब तक करीब 20 व्यक्तिगत मेडल मिले हैं, जिसमें से 12 यानी 50 प्रतिशत से ज्यादा हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं।