गुरुग्राम, 3 अगस्त (हप्र)
नयी दिल्ली में हुए बेसमेंट हादसे के बाद गुरुग्राम में नगर निगम सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। एनफोर्समेंट टीमों ने चारों जोन में बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच कर तीन कोचिंग सेंटरों को सील किया है। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने दिल्ली हादसे के बाद तुरंत संज्ञान लेते हुए चारों जोन के संयुक्त आयुक्तों प्रदीप कुमार, डा. नरेश कुमार, सुमन भांखड़ व अखिलेश यादव को निर्देश दिए कि वे एक विशेष अभियान शुरू करके निगम क्षेत्र में बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच करें तथा नियम की अवहेलना पाए जाने पर इन्हें सील करने की कार्रवाई करें। निगमायुक्त के निर्देश पर सभी संयुक्त आयुक्तों ने अपने-अपने जोन की एनफोर्समेंट टीमों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सहायक अभियंता संजोग शर्मा के नेतृत्व में जोन-1 तथा जोन-2 क्षेत्र की एनफोर्समेंट टीमों ने शनिवार को कार्रवाई शुरू कर दी। इसके तहत कृष्णा कॉलोनी, सेक्टर-4 व 7, बस स्टैंड के आसपास, आदर्श नगर, रेलवे रोड, ओल्ड दिल्ली रोड, सेक्टर-14, ओल्ड डीएलएफ आदि क्षेत्रों में टीमों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तथा बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटर संचालकों से कहा कि वे सोमवार को बिल्डिंग प्लान व संचालन संबंधी स्वीकृति दस्तावेज निगम कार्यालय में लेकर पहुंचे। टीमों ने ओल्ड डीएलएफ, कृष्णा कॉलोनी व खांडसा रोड पर बेसमेंट में संचालित 3 कोचिंग सेंटरों को सील करने की भी कार्रवाई मौके पर की। इसी प्रकार, जोन-3 क्षेत्र में सहायक अभियंता राकेश जून के नेतृत्व में एनफोर्समेंट टीम ने सरस्वती विहार, सेक्टर-42, डीएलएफ फेज-4, सुशांत लोक-1, सेक्टर-44 तथा सुशांत लोक-2 व सेक्टर-55 सहित अन्य क्षेत्रों में मौके पर जाकर निरीक्षण किया। टीम द्वारा संबंधित को निर्देश दिए गए कि वे सोमवार को निगम कार्यालय में स्वीकृति संबंधी दस्तावेज जमा करवाएं। इन दस्तावेजों की जांच के उपरान्त नियमों की अवहेलना पाए जाने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, जोन-4 क्षेत्र में सहायक अभियंता कृष्ण कुमार के नेतृत्व में नाहरपुर रूपा, नरसिंहपुर, फाजिलपुर, बादशाहपुर, बेगमपुर खटोला, भोंडसी, उल्लावास, मैदावास व कादरपुर आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ के अनुसार दिल्ली जैसी घटना गुरुग्राम में न हो, इसके लिए बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए अभियान चलाया हुआ है।