सफीदों, 3 अगस्त (निस)
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद शनिवार को अग्रवाल अस्पताल पहुंचे और यहां भर्ती बीमार शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर उन्होंने अस्पताल में कई बच्चों का हालचाल जाना। इस तरह की प्रार्थना का यहां यह पहला अवसर था। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद अनाज मंडी में 3 दिन के गीता ज्ञान शिविर में शिरकत करने आये थे। इस मौके पर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ़ लोकेश अग्रवाल की सेवाओं की सराहना करते हुए स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं और वे हमारे भविष्य के मालिक भी हैं। इस अवसर पर अस्पताल में डॉ़ लोकेश ने बताया कि इन दिनों बच्चे उल्टी-दस्त व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। इलाज से दो-चार दिन में शिशु रोग मुक्त हो जाता है, इसके साथ ही परिजनों को इन रोगों से बचाव के टिप्स दिए जाते हैं। इस अवसर पर समाजसेवी गजेसिंह पुंडीर व रवि थनई भी मौजूद थे।
उधर, गीता ज्ञान शिविर शिविर में स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि भगवद् गीता अपने आप में जीवन की हर मुश्किल के समाधान का ग्रंथ है। जब तक जीव अपने अहंकार में रहता है, प्रभु उसका उद्धार नहीं करते। जब वह निराश होकर प्रभु को पुकारता है तो प्रभु उसकी पुकार अवश्य सुनते हैं। गीता मनुष्य को ज्ञान भी देती है, कर्म का अर्थ भी समझाती है और भक्ति की सरिता में रसभोर भी करती है। गीता मानव जीवन को सफल ही नहीं बनाती अपितु जीवन की चुनौतियों से लड़ने का साहस भीर देती है। गीता वह है जो प्रत्येक मनुष्य को जीवन सही दिशा में जीने का रास्ता बताती है। इस मौके पर आयोजन की सहभागी संस्था के विजयपालसिंह व हरियाणा गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग भी उपस्थित थे।