कुरुक्षेत्र, 4 अगस्त (हप्र)
देश के युवाओं को ‘जॉब सीकर की बजाय जॉब प्रोवाइडर’ बनने की जरूरत है क्योंकि बड़ा लक्ष्य लेकर मेहनत करने वालों को सफलता अवश्य मिलती है और हमारे देश के कई उद्योगपतियों ने इस बात को साबित भी किया है। गुरुकुल कुरुक्षेत्र के एनडीए विंग में छात्रों से रविवार को सीधा संवाद करते हुये केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह बात कही।
उन्होंने धीरूभाई अंबानी, मुकेश अंबानी व नारायण मूर्ति जैसे उद्यमियों का नाम लेकर कहा कि इन लोगों ने जीवन में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत की और आज दुनिया में उनका नाम है। इस अवसर पर गुरुकुल के संरक्षक एवं गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, पदम राघवेंद्र तंवर, डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार, प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक बिग्रेडियर डॉ. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप, व्यवस्थापक रामनिवास आर्य, मुख्य संरक्षक संजीव आर्य आदि मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री ने आचार्य के साथ गुरुकुल की अत्याधुनिक गोशाला, विद्यालय भवन, एनडीए विंग, आर्ष महाविद्यालय आदि प्रकल्पों का भ्रमण किया, साथ ही गुरुकुल के ब्रह्मचारियों के प्रदर्शन को निहारा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान ने कहा कि आचार्य देवव्रत ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र प्राचीन भारतीय संस्कारों के साथ आधुनिक साइंस टेक्नोलॉजी की शिक्षा का जो समन्वय स्थापित किया है वह अद्भुत है। यहां पर 1600 बच्चों के शारीरिक, मानसिक और व्यक्तित्व विकास पर जो कार्य हो रहा है व अनन्य प्रयास है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में गुरुकुल की इन विशेषताओं को भी शामिल किया जाए, ऐसा प्रयास करेंगे।