ढाका, 5 अगस्त (एजेंसी)
बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति के बीच सोमवार को शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर एक सैन्य विमान से चुपचाप देश छोड़ कर भारत पहुंच गईं, जहां से उनके लंदन जाने की चर्चा है। उधर, सेना ने सत्ता के खालीपन को भरने के लिये कदम उठाते हुए अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की। हसीना के देश छोड़ने की खबर फैलने के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में उनके सरकारी आवास में लूटपाट और तोड़फोड़ की। सरकार विरोधी प्रदर्शनों में पिछले दो दिनों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी।
सड़कों पर उतरे उग्र प्रदर्शनकारियों ने हसीना के पिता और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को हथौड़ों से तोड़ दिया और उनकी पार्टी के कार्यालयों में आग लगा दी। सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां ने हसीना (76) के इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने टेलीविजन पर एक संबोधन में कहा कि अंतरिम सरकार सत्ता संभालेगी। जमां ने हसीना के 15 वर्ष के सत्ता के अंत का संकेत देते हुए कहा, ‘मैं (देश की) सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।’ सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनेताओं से मुलाकात कर उन्हें बताया कि सेना कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी। बैठक में हालांकि हसीना की अवामी लीग पार्टी का कोई नेता मौजूद नहीं था। देश भर में विरोध-प्रदर्शनों के बढ़ने के बीच सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से ही गोली नहीं चलाने को कहा है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में उपद्रवी भीड़ ने शहर के धानमंडी इलाके में स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र में तोड़फोड़ की और देशभर में चार हिंदू मंदिरों को मामूली क्षति पहुंचाई।
प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘गणभवन’ से प्रदर्शनकारियों के अंदर घुसने और सोफा तथा कुर्सियां लेकर चले जाने के दृश्य सामने आए हैं। देश भर में उग्र भीड़ के उत्पात के बीच राजधानी में अवामी लीग कार्यालय में आग लगा दी गई।
आयरन लेडी का सफर
शेख हसीना को उनके समर्थक ‘आयरन लेडी’ कहते हैं। 76 साल की हसीना सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली दुनिया की कुछ चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं। वह बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हैं। वे 2009 से देश की बागडोर संभाल रही थीं। सितंबर 1947 में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में जन्मीं हसीना ने अपने पिता की कैद के दौरान उनके राजनीतिक संपर्क सूत्र के रूप में कार्य किया। अगस्त 1975 में मुजीबुर रहमान, उनकी पत्नी और उनके तीन बेटों की सैन्य अधिकारियों ने उनके घर में ही हत्या कर दी। हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना विदेश में होने के कारण बच गईं थीं। हसीना ने भारत में छह साल निर्वासन में बिताए। बाद में उन्हें उनके पिता द्वारा स्थापित पार्टी अवामी लीग का नेता चुना गया। हसीना 1981 में स्वदेश लौटी। 1996 के चुनाव में हसीना पीएम बनीं। हसीना 2001 में चुनाव हार गईं, लेकिन 2008 में वह सत्ता में लौटीं। हसीना ने दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी संकट से निपटने के लिए तारीफ बटोरी। हसीना को भारत और चीन के प्रतिद्वंद्वी हितों के बीच कुशलतापूर्वक बातचीत करने का श्रेय भी दिया जाता है।
भारत से हवाई, रेल सेवाएं स्थगित
नयी दिल्ली/कोलकाता (एजेंसी) : एयर इंडिया और इंडिगो ने सोमवार को तत्काल प्रभाव से ढाका के लिए निर्धारित उड़ानें रद्द कर दीं। विस्तारा के एक अधिकारी ने कहा कि उसने मुंबई से उड़ान संचालित की और मंगलवार को ढाका के लिए परिचालन के लिए स्थिति की निगरानी की जा रही है। जहां एयर इंडिया दिल्ली से ढाका के लिए दो दैनिक उड़ानें संचालित करती है, वहीं विस्तारा मुंबई से दैनिक उड़ानें और दिल्ली से बांग्लादेश की राजधानी के लिए तीन साप्ताहिक सेवाएं संचालित करती है। इंडिगो की राष्ट्रीय राजधानी, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता से ढाका के लिए उड़ानें हैं। उधर, भारतीय रेलवे ने पड़ोसी देश के लिए सभी रेल परिचालन स्थगित कर दिया है। मैत्री एक्सप्रेस, बंधन एक्सप्रेस और मिताली एक्सप्रेस ने इस साल जुलाई के मध्य में आखिरी फेरे लगाए थे। सभी माल ढुलाई सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।
पीएम मोदी ने विशेष्ा बैठक में की ताजा हालात की समीक्षा
नयी दिल्ली (एजेंसी) : पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इसमें सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। बैठक ऐसे समय में हुई है, जब दिन में बांग्लादेश की नेता शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत पहुंचीं। उनके लंदन जाने की संभावना है। मोदी के साथ बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल थे। जयशंकर से मिले राहुल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद भवन में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और बांग्लादेश के घटनाक्रम पर चर्चा की।
बांग्लादेश सीमा पर किया ‘हाई अलर्ट’
नयी दिल्ली (एजेंसी): सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को बांग्लादेश में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर 4096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी यूनिट के लिए सोमवार को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी और अन्य वरिष्ठ कमांडर ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए पश्चिम बंगाल के अग्रिम मोर्चे का दौरा किया। उन्होंने ‘उत्तर 24 परगना’ जिला और सुंदरबन इलाके में तैयारियों की समीक्षा की। बीएसएफ ने अपने सभी ‘फील्ड कमांडर’ को निर्देश दिया है कि वह सभी कर्मियों को सीमा पर ड्यूटी पर तुरंत तैनात करें। बीएसएफ प्रमुख के अगले कुछ दिनों तक इस क्षेत्र में रहने की उम्मीद है। दिल्ली स्थित बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश सीमा पर स्थिति अभी सामान्य है।
हसीना का विमान हिंडन एयरबेस पर उतरा
शेख हसीना का विमान लंदन जाने के दौरान नयी दिल्ली के निकट गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा। हसीना बांग्लादेश वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। एक अधिकारी ने बताया कि हसीना को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है और सोमवार रात को उनके भारत से रवाना होने की संभावना नहीं है। सूत्रों ने बताया कि हसीना की योजना लंदन जाने की थी। हालांकि, कुछ समस्याएं सामने आईं हैं, जिसकी वजह से उनकी योजना में कुछ बदलाव हुआ है। हसीना के अपनी बेटी साइमा वाजिद से मिलने की संभावना है, जो दिल्ली में रहती हैं। साइमा वाजिद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय निदेशक हैं।
अजित डोभाल ने की मुलाकात
नयी दिल्ली (एजेंसी) : हसीना के विमान के एयरबेस पर उतरने के कुछ घंटे बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने उनसे मुलाकात की। इस बैठक का ब्योरा अभी पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बांग्लादेश में तेजी से बदल रहे हालात के बारे में जानकारी दी।
बेटा बोला- मां शेख हसीना अब राजनीति में नहीं लौटेंगी
लंदन (एजेंसी) : शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि उनकी मां अब राजनीति में नहीं लौटेंगी। हसीना के पूर्व आधिकारिक सलाहकार रहे जॉय ने कहा कि उनकी मां ने परिवार के आग्रह पर अपनी सुरक्षा के लिए देश छोड़ दिया। ‘बीबीसी वर्ल्ड सर्विस’ पर ‘न्यूजआवर’ को दिए एक साक्षात्कार में जॉय ने कहा कि उनकी मां की कोई राजनीतिक वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हसीना रविवार से ही इस्तीफा देने पर विचार कर रही थीं और परिवार के आग्रह के बाद अपनी सुरक्षा के लिए देश छोड़कर चली गईं। जॉय ने कहा कि 15 साल तक बांग्लादेश पर शासन करने वालीं उनकी मां बहुत निराश थीं कि उनकी इतनी मेहनत के बाद भी लोग उनके खिलाफ उठ खड़े हुए। हसीना की निराशा को अभिव्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘उन्होंने बांग्लादेश को बदल दिया है। जब उन्होंने सत्ता संभाली थी, तो इसे एक असफल राष्ट्र माना जाता था। यह एक गरीब देश था। लेकिन आज इसे एशिया के उभरते देशों में से एक माना जाता है। वह बहुत निराश हैं।’ प्रदर्शनकारियों से निपटने में सरकार द्वारा बहुत सख्ती बरतने के आरोपों को खारिज करते हुए जॉय ने कहा, ‘पुलिसकर्मियों को पीटकर मार डाला गया है, केवल कल ही 13 की मौत हुई। जब भीड़ लोगों को पीटकर मार रही हो, तो आप पुलिस से क्या उम्मीद करते हैं?’