रेवाड़ी, 5 अगस्त (हप्र)
गौतस्करों की गोली से घायल गांव फिदेड़ी के गौरक्षक सोनू सरपंच ने 50 दिन जिंदगी और मौत से जूझते हुए आखिरकार दम तोड़ दिया। सोमवार को गांव फिदेड़ी में अंतिम संस्कार में सोनू को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हिन्दू संगठनों के नेताओं ने सोनू को शहीद का दर्जा व हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग की। 14 जून को सोनू सरपंच को फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के तहत दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर पशु तस्करों ने पेट में गोली मार दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे गुरुग्राम के मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 50 दिनों तक सोनू मौत से लड़ता रहा। आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गया। यह दुखद समाचार सुनते ही गांव व गौ प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार को सोनू का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा। इनमें पूरे हरियाणा से आये हिन्दू संगठनों व गौरक्षक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। गौरक्षक प्रदीप डागर ने कहा कि गाय की रक्षा व समाजसेवा में लगे सोनू जैसे युवा की जान सरकार नहीं बचा सकी। सोनू के हत्यारों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। अंतिम संस्कार में कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव, भाजपा नेता सुनील यादव मूसेपुर, सतीश यादव मौजूद रहे।