भिवानी, 5 अगस्त (हप्र)
प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों में हरियाणा सरकार द्वारा लगाई गई शिक्षकों की भर्तियों पर रोक को हटाने और भर्ती प्रक्रिया पुन: बहाल करवाए जाने की मांग को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जिला उपायुक्त महावीर कौशिक के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांगपत्र सौंपा। इस मौके पर एबीवीपी जिला संयोजक सचिन शेखावत व सीबीएलयू इकाई अध्यक्ष प्रिंयकल शर्मा ने कहा कि बीते 20 जुलाई 2024 को हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में चल रही सभी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी, जोकि शिक्षा के क्षेत्र के लिए सरकार का बहुत ही नकारात्मक फैसला साबित हुआ है, क्योंकि विश्वविद्यालयों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लंबित पड़ी है तथा इस दशक में खुले विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों की निर्माण प्रक्रिया भी अधर में लटकी हुई है, जिसके चलते शिक्षा जगत में रोष है।
उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इस नकारात्मक फैसले पर ध्यान देते हुए इसे वापस लेना चाहिए। यूजीसी द्वारा लगातार सभी विश्वविद्यालयों को रिक्त पदों को भरने हेतु अधिसूचना जारी की गई, लेकिन सरकार अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में शिक्षकों की भर्ती करने में असफल रही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वन हेतु सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में शिक्षक भर्ती होना अति आवश्यक है। मांगपत्र के माध्यम से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार से मांग की कि छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार विश्वविद्यालयों की भर्ती को पुन: शुरू करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इस विषय में कोई सकारात्मक फैसला नहीं लेती है तो एबीवीपी प्रदेशभर में सरकार की छात्र विरोधी कार्यप्रणाली के खिलाफ विरोध करेगी। इस मौके पर आरकेएम प्रांत संयोजक विकास कायत, संदीप गरवा, मनीष, सचिन, शंकर, कमल, रोहित, अमन, प्रीति भी उपस्थित रहे।