पलवल, 5 अगस्त (हप्र)
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि है कि फर्जी सर्वे, प्रचारतंत्र और इवेंटबाजी की हवा से फुलाए गए बीजेपी के गुब्बारे की हवा लोकसभा चुनाव के नतीजों ने निकाल दी है। जनता ने बता दिया है कि वो अब बीजेपी के किसी भ्रमजाल में नहीं फंसेगी और हरियाणा से इस सरकार का सफाया करके ही दम लेगी। वह सोमवार को पलवल में आयोजित कांग्रेस के जिला स्तरीय धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल थे जबकि इस मौके पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान, सोनीपत के पूर्व विधायक सुखबीर फरमाना, पूर्व निगम पार्षद जगन डागर, जिले के वरिष्ठ नेता पंडित एसके शर्मा, इजराईल चौधरी हथीन, गिरीश भारद्वाज, राजेश्वर गर्ग आदि अनेकों पार्टी नेता मुख्यरूप से मौजूद थे। सम्मेलन में हथीन से पूर्व विधायक एवं पूर्व राज्यमंत्री हर्ष कुमार व 20 अन्य स्थानीय नेताओं ने भी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का ऐलान। प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने पूर्व मंत्री हर्ष कुमार सहित सभी नेताओं को कांग्रेसी पटका पहनाकर उन्हें विधिवत कांग्रेस में शामिल किया।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पलवल को जिला बनाया था। उस समय आधुनिक सचिवालय का निर्माण समेत कई विकास कार्य सरकार ने करवाए। लेकिन बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद तमाम विकास कार्यों पर ब्रेक लगा दी। इस सरकार ने पूरे कार्यकाल में पलवल समेत पूरे हरियाणा के भीतर न एक इंच मेट्रो आगे बढ़ाई, न नयी रेलवे लाइन बिछाई, न कोई बड़ी यूनिवर्सिटी बनाई फिर भी इस सरकार ने प्रदेश पर साढ़े चार लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा दिया। सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। लेकिन अग्निवीर और कौशल निगम जैसी योजनाओं के जरिए पक्की नौकरियों को खत्म किया जा रहा है। लेकिन कांग्रेस सरकार बनने पर इन खाली पदों को पक्की भर्तियों के जरिए भरा जाएगा। साथ ही बुजुर्गों को 6000 रुपये पेंशन और कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा। हरियाणा में भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तर्ज पर गरीबों को 25 लाख रुपये का मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के साफ संकेत दे दिए हैं। इसलिए जो बीजेपी फैमिली आईडी और प्रॉपर्टी आईडी को अपनी उपलब्धि बताती थी, वो इन योजनाओं की विफलताओं को स्वीकार कर रही है। इसमें 90 से 95 प्रतिशत गलतियां पाई गईं है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा।