नयी दिल्ली, छह अगस्त (भाषा)
Bangladesh Crisis: सरकार ने बांग्लादेश में अस्थिर हालात पर चिंता जताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि वह पड़ोसी देश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की स्थिति पर राज्यसभा में दिए गए एक बयान में कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के दशकों से गहरे संबंध हैं।
उन्होंने कहा कि वहां के हालात से यहां भी चिंता उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि वहां जून से हालात बिगड़ने शुरु हुए और यह सिलसिला अब तक जारी है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी हालात नहीं बदले।
On August 5, demonstrators converged in Dhaka despite the curfew. Sheikh Hasina resigned after a meeting with the military establishment. At a very short notice, she requested permission to travel to India and arrived in Delhi yesterday: EAM @DrSJaishankar
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— SansadTV (@sansad_tv) August 6, 2024
उन्होंने कहा कि जो कुछ पड़ोसी देश में हुआ, उसका एक सूत्री एजेंडा यह था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा दे दें। जयशंकर ने कहा कि पांच अगस्त को कर्फ्यू के बाद भी वहां दंगे हुए।
उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में शेख हसीना ने कल कुछ वक्त के लिए भारत आने की अनुमति मांगी थी और उनका अनुरोध स्वीकार कर उन्हें यहां आने की अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अभी भी अस्थिर हालात हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक अनुमान के अनुसार 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं।
उन्होंने कहा कि जुलाई में अधिकतर छात्र भारत लौट आए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंसा एवं अस्थिरता को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने चिंता जतायी। विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ लगने वाली सीमा पर सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।