ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 6 अगस्त
हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से 9 सितंबर तक शिमला में आयोजित होगा। हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने मानसून सत्र को लेकर आज अधिसूचना जारी कर दी। सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें होंगी। राज्यपाल की संस्तुति मिलने के बाद विधानसभा सचिवालय ने मानसून सत्र को लेकर अधिसूचना जारी की है। इस बार हिमाचल विधानसभा की सूरत-ए-हाल बदली बदली होगी। सालों तक कांग्रेस में रहे इंद्र दत्त लखनपाल व सुधीर शर्मा सत्र में विपक्षी बेंचों में नजर आएंगे। विधानसभा का बजट सत्र 28 फरवरी को समाप्त हुआ था। इससे पहले 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इसके बाद सूबे में राजनीति चरम पर पहुंची, क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को 28 फरवरी को पार्टी व्हिप के बावजूद विनियोग विधेयक अर्थात बजट के पारित होने के मौके पर सदन में अनुपस्थित रहने की वजह से अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य करार दिया। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों ने भी 22 मार्च को सदन से त्यागपत्र दिया तथा 23 को भाजपा में शामिल हो गए। त्यागपत्र मंजूर होने से पहले ही भाजपा में शामिल होने की वजह से इन विधायकों की सदस्यता रद्द हो गई।
तमाम राजनीतिक घटनाक्रम के बीच हुए उप चुनाव में कांग्रेस के बागियों को भाजपा ने उप चुनाव में उम्मीदवार बनाया। इन छह विधायकों में से दो लखनपाल व सुधीर शर्मा चुनाव जीत कर सदन में पहुंचे हैं। धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच इस दौरान वाकयुद्ध भी खूब हुआ। हालांकि लखनपाल ने बहुत कुछ नहीं कहा, मगर उप चुनाव के दौरान राजनेताओं ने जिस शब्दावली का इस्तेमाल किया उसे लेकर शिक्षित हिमाचल के लोगों ने चर्चा की। लखनपाल व सुधीर शर्मा के विपक्षी बेंचों में होने की वजह मानसून सत्र में उनके रुख पर सभी की निगाहें रहेंगी। सत्र के दौरान आपदा राहत के साथ साथ भाजपा शासन में शुरू की गई 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना का दायरा सीमित करने के साथ साथ हिमकेयर के तहत निजी अस्पतालों में उपचार बंद करने तथा कर्ज के मुद्दे सदन में गूंजने की संभावना है।
सदन में पति पत्नी होंगे एक साथ
मानसून सत्र के दौरान सदन में पहली मर्तबा पति पत्नी एक साथ उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्म पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से उप चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंची हैं। कमलेश ठाकुर व सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक साथ सदन में उपस्थित रहने का रिकार्ड अपने नाम दर्ज किया है।