नारनौल, 6 अगस्त (हप्र)
स्थानीय नगर परिषद की हंगामेदार सामान्य बैठक आज नगर परिषद प्रांगण में हुई। बैठक की अध्यक्षता चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने की। इस मौके पर नगर परिषद के अधिकारी भी मौजूद रहे। आश्चर्य की बात यह रही कि इस बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया गया था।
करीब 6 महीने बाद हुई इस बैठक में विकास कार्य न होने पर पार्षदों ने हंगामा किया। बैठक में 31 में से 25 पार्षदों ने ही भाग लिया। बैठक में बजट नहीं होने का हवाला देते हुए अधिकारियों ने किसी भी पार्षद से विकास कार्यों की लिस्ट नहीं मांगी।
नगर परिषद की पिछली सामान्य बैठक गत 31 जनवरी को हुई थी। इसके बाद से नगर परिषद की सामान्य बैठक नहीं हुई। मंगलवार को जब नगर परिषद की बैठक शुरू हुई तो अपने-अपने वार्डों में विकास कार्य नहीं होने पर रोष जताते हुए पार्षदों ने हंगामा कर दिया। नए एजेंडों को लेकर अधिकारियों ने मीटिंग शुरू करवानी चाही तो वार्ड-20 के पार्षद नितिन चौधरी एडवोकेट ने प्रारम्भ में ही टोकते हुए कहा कि पहले पिछली मीटिंग में पास हुए एजेंडों का ब्यौरा दिया जाए कि कौन-कौन से कार्य कहां तक पहुंचे। इसके बाद ही नए एजेंडों को हम शामिल किया जाए।
नितिन चौधरी ने अग्रसेन चितवन वाटिका का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह पार्क 1996-97 में तत्कालीन नगर परिषद अध्यक्ष किशन चौधरी एडवोकेट के कार्यकाल में अपने स्वरूप में आया। उसके बाद यह पार्क राजनीति की बलि चढ़ता गया। एक बार नगर परिषद की अध्यक्ष बनी अंजना अग्रवाल ने यहां अपने निजी कोष से महाराजा अग्रसेन की मूर्ति की स्थापना करवाई, लेकिन उसके बाद भी यह पार्क अपने पुराने रूप में नहीं आ सका।
बैठक में पार्षद अजय सिंघल ने कहा कि वह एक महीने से छलक नाले की सफाई की मांग कर रहे हैं लेकिन जेसीबी ही नहीं आई है। ऐसे में अन्य काम कैसे होंगे।
वहीं नगर पार्षद देवेंद्र व धूप सिंह ने शेड्यूल कॉस्ट के कोटे से किए जाने वाले विकास कार्य न होने पर रोष जताया।
अन्य पार्षदों ने भी अपनी-अपनी मांगों को सदन में उठाया। बाद में सभी पार्षदों से गैर विकास कार्य तथा अन्य छोटे-मोटे कार्यों के प्रस्ताव मांगे गए जबकि विकास कार्यों के प्रस्ताव नहीं लिए गए।