हिसार, 6 अगस्त (हप्र)
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोग मत्स्य पालन से अपना रोजगार बढ़ा सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें अनेक प्रकार के अनुदान व लाभ दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के प्रशिक्षु 5 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकेंगे। जिला मत्स्य अधिकारी अधिकारी बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर मछली पालन प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। मछली पालन विभाग की ओर से अनुसूचित जाति के लोगों लिए विशेष योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत प्रशिक्षुओं को वित्तीय सहायता दी जाती है। विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के प्रशिक्षु को 5 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पंचायती तालाब भी पट्टे पर दिलवाए जाते है। उन्होंने बताया मत्स्य विभाग द्वारा 5 दिन के प्रशिक्षण के लिए 200 रुपये किराया एवं प्रतिदिन के हिसाब से 200 रुपये भी दिए जाते है। प्रशिक्षण उपरांत लाभार्थियों को पंचायती तालाब मछली पालन के लिए तालाब पट्टे पर लेना है, तो मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रथम वर्ष के पट्टे की धनराशि का 50 हजार या पट्टेनामे की राशि का 50 प्रतिशत जो भी कम हो प्रार्थी को अनुदान प्रदान किया जाता है तथा अनुदान की अधिकतम सीमा 4 हेक्टेयर है।