प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 6 अगस्त
पेरिस में चल रहे ओलंपिक खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता में मैच से पहले विनेश फोगाट को उनके ताऊ व द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट का बताया दांव बड़ा काम आया। महाबीर फोगाट आज दिनभर विनेश के सारे मैच गंभीरता से देखते रहे और लगातार बेटी के मेडल जीतने की दुआ करते रहे। विनेश के सेमीफाइनल में पहुंचते ही महाबीर फोगाट ने ग्रामीणों संग मिठाई बांटकर खुशियां मनाईं।
बता दें कि चरखी दादरी के गांव बलाली निवासी विनेश फोगाट के ताऊ व द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट विनेश का पहला मैच शुरू होते ही लगातार ग्रामीणों के साथ एक-एक दांव ध्यान से देख रहे थे। क्वार्टर फाइनल मैच में एक बार तो महाबीर फोगाट मायूस दिखाई दिये लेकिन जैसे ही विनेश ने जीत दर्ज की तो माहौल ही बदल गया। महाबीर फोगाट ने ग्रामीणों संग खुशियां मनाईं और मिठाई बांटते हुए बेटी से गोल्ड की उम्मीद जताई।
महाबीर फोगाट ने बताया कि ओलंपिक में विनेश से मेडल की हमेशा ही उम्मीद रही है। रियो व टोक्यो ओलंपिक में चोट के कारण क्वालीफाई न कर पाने का मलाल जरूर रहा, मगर इस बार विनेश का पदक पक्का है। पहले मैच में विनेश ने जापान की खिलाड़ी को हराया तो विश्वास हो गया कि विनेश अब पीछे नहीं हटेगी। महाबीर ने बताया कि विनेश को फोन पर दांव बताया, उसी की बदौलत विनेश अब पदक की प्रबल दावेदार है। विनेश की मौसी एवं महाबीर फोगाट की पत्नी दयाकौर ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि विनेश पदक के लिए दम दिखाएगी। जिस तरह से विनेश ने दांव सीखे हैं, उसका पदक पक्का है।