जींद, 7 अगस्त (हप्र)
महिला पहलवान विनेश फोगाट का सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा मिलने से ही उसे पेरिस ओलम्पिक से बाहर करना बहुत बड़ी साजिश है। इसकी जांच हो और विनेश को अपना दम दिखाने का दोबारा मौका मिले। यह बात प्रदेश के पूर्व डीजीपी और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह मलिक ने बुधवार को कही।
उन्होंने विनेश फोगाट को ओलंपिक से बाहर करने पर हैरानी जताते हुए कहा कि भारतीय ओलम्पिक संघ के साथ देश की सरकार, खेल मंत्रालय और पूरे विपक्ष को इस मामले का संज्ञान लेकर बड़ी जांच करवानी चाहिए। महिला पहलवान के साथ हो रही साजिश से पर्दा उठाना चाहिए, नहीं तो खेल जगत में इसका गलत संदेश जाएगा और खिलाड़ी हताश होंगे।
डॉ. मलिक ने कहा कि केवल 100 ग्राम वजन कोई मायने नहीं रखता है। इतने से वजन को कम करने के लिए पहलवान को अलग से समय दिया जाता है, जो विनेश फोगाट को नहीं दिया गया। यह एक खिलाड़ी के भविष्य के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि वह लगातार दो बार ओलम्पिक के पर्यवेक्षक रहे हैं और सभी रूल फॉलो करते हैं। भारतीय ओलम्पिक संघ को पुरजोर प्रयास कर उसे दोबारा योग्य घोषित करवाना चाहिए। विनेश फोगाट पर देश की पूरी उम्मीद है कि वह गोल्ड मेडल लाकर देश का सम्मान बढ़ाएगी।
सरकार उठाये कड़ा कदम
चरखी दादरी (हप्र) : विनेश फोगाट मामले को लेकर सरकार को कड़ा कदम उठाते हुए उसे न्याय दिलाना होगा। विदेशों में देश का मान बढ़ा है, जैसी बातों की अब जरूरत है। तभी पता लगेगा कि देश की कितनी इज्जत विदेशों में बढ़ी है। सर्वजातीय फोगाट खाप के पूर्व प्रधान और कांग्रेस नेता बलवंत फोगाट ने बुधवार को प्रबुद्धजनों से मुलाकात करते हुए यह बात कही। उन्होंने ओलंपिक से विनेश फोगाट को डिस्क्वालीफाई करने के मामले में कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जब एक दिन पहले सेमीफाइनल मुकाबले में विनेश का वजन वर्ग के दायरे में था तो एक रात में उसका वजन कैसे बढ़ गया। यह मामला संदिग्ध नजर आ रहा है।
सरकार को दर्ज करवाना चाहिए कड़ा विरोध
महेंद्रगढ़ (हप्र) : देश की बेटी को कोई अखाड़े में नहीं हरा पाया लेकिन एेसा लगता है साजिश के अखाड़े में उसे हरा दिया गया है। देश का एक मेडल आज राजनीति का शिकार हो गया। यह देश इस दिन को कभी नहीं भूल सकता। यह बात आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. मनीष यादव ने कही। उन्होंने भारत सरकार से ओलंपिक में विनेश फोगाट की अयोग्यता को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराने की मांग की है। डॉ. मनीष यादव ने कहा कि यह महज एक संयोग नहीं दिखता। इसके पीछे एक बहुत बड़ी साजिश की आशंका लगती है। पूरा देश विनेश फोगाट के बाहर होने के बाद दुख में है। इस साजिश का पर्दाफाश होना चाहिए।
सरकार व आईओए दखल देकर दिलाए न्याय
भिवानी (हप्र) : ओलंपिक के फाइनल तक पहुंचने वाली भारत की पहली रेसलर विनेश फोगाट के साथ पेरिस ओलंपिक में गहरी साजिश हुई है। यह साजिश केवल विनेश के खिलाफ नहीं, बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों और उनकी उम्मीद के साथ हुई है। यह कहना है युवा कल्याण संगठन के अध्यक्ष कमल सिंह प्रधान का। उन्होंने मांग की है कि विनेश के साथ हुई साजिश को लेकर भारत सरकार व भारतीय ओलंपिक संघ को कड़ा एतराज जताकर विनेश को न्याय दिलाना चाहिए। साथ ही मांग करते हुए कहा कि विनेश का वजन अचानक करना और वो ज्यादा मिला तो उनके साथ रहने वाले कोच, डॉक्टर, केयरटेकर, ट्रेनर, डाइटीशियन, न्यूट्रीशनिस्ट आदि लोग क्या कर रहे थे। क्या उन्होंने अपनी ड्यूटी व जिम्मेदारी सही से निभाई, इसकी भी जांच होनी चाहिए।