गुरुग्राम, 7 अगस्त (हप्र)
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने आज गुरुग्राम का दौरा कर महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित विषयों की सुनवाई की। उनके समक्ष घरेलू हिंसा, दहेज व मानसिक उत्पीड़न से संबंधित 14 शिकायतें रखी गई, जिनमें से कुछ शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दोनों पक्षों की सहमति से समझौता भी कराया गया।
बैठक के उपरान्त मीडिया से बात करते हुए रेनू भाटिया ने कहा कि आज गुरुग्राम में उनके समक्ष 14 शिकायतें रखी गयी थी, जिनमें से तीन शिकायतें खारिज की गई है। दो शिकायतों की दोबारा सुनवाई की जाएगी। दो शिकायतें क्लोज की गयी हैं। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हुई हैं। अब उन्हें यह भलीभांति पता है कि उन्हें अपनी आवाज कहां उठानी है। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर जनसुनवाई में जरूर आएं। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त रहे। महिला आयोग उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए एक मजबूत स्तंभ की तरह उनके साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि कई बार जल्दबाजी में लिए गए फैसले आपके पूरे जीवन को प्रभावित करते हैं। ऐसे में आज की बैठक में एक शिकायत के संदर्भ में इस उम्मीद के साथ कि शायद इनमें आपसी सहमति बन सके, इसके लिए दोनों पक्षों को दस दिन का समय दिया गया है। इसी प्रकार एक केस में पीड़ित महिला को पति द्वारा प्रत्येक माह पांच हजार गुजारा भत्ता देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक शिकायत के संदर्भ में सूचना मिली है कि आरोपी लड़का विदेश भाग गया है, जिसमें पुलिस अधिकारियों को नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।