चंडीगढ़, 7 अगस्त (ट्रिन्यू)
रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट के ओलंपिक में डिस-क्वालिफाई होने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस घटना से पूरा देश स्तब्ध है। देश की बेटी विनेश ने फाइनल तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की थी। जब सारी दुनिया के एथलीट कुश्ती के मैट पर अभ्यास कर रहे थे, तब वह महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए धरने की दरी पर बैठी थीं। उसके बावजूद भी वह फाइनल में पहुंची। दीपेंद्र ने कहा कि कहां और किस स्तर पर चूक हुई है, इसकी जांच होनी चाहिए। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। दीपेंद्र ने कहा कि लोकसभा में खेल मंत्री भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। दीपेंद्र ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ के सामने यह मामला उठाया।
जवाब दिया जाना चाहिए : सैलजा
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने टीम प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘मैनेजर हैं, यह उनका काम है। तो क्या वजह थी कुश्ती पहलवान विनेश का का वजन बढ़ गया। इस बात का पता लगाना जाना जरूरी है कि किसने ध्यान नहीं दिया। इसका जवाब दिया जाना चाहिए।
खेल इतिहास का काला दिन : सुरजेवाला
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि विनेश का अयोग्य किया जाना बहुत बड़ा ‘नफरती षड्यंत्र’ है। सुरजेवाला ने ‘एक्स’ पर लिखा – ‘140 करोड़ भारतवासी स्तब्ध हैं। खेल इतिहास का यह काला दिन है। यह एक बहुत बड़ा नफरती षड्यंत्र है’। सुरजेवाला ने कहा, ‘कौन है जिसे विनेश की जीत हज़म नहीं हुई? किसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा। किसने किया ताकत का इस्तेमाल? किसका चेहरा बचाने की हुई कोशिश? हरियाणा व देश का बच्चा-बच्चा विनेश के साथ है, हमारे लिए वह ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता है’।