ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, नई दिल्ली, 8 अगस्त
राजकुमार चौधरी ने भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी और भारत सरकार की अनुसूची ‘ए’ उद्यम एनएचपीसी लिमिटेड में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) का पदभार ग्रहण कर लिया है। चौधरी इससे पहले एनएचपीसी में निदेशक (तकनीकी) के पद पर थे। चौधरी बीआईटी सिंदरी से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और उन्होंने प्रबंधन में एडवांस डिप्लोमा भी किया है।
विधायक ललन कुमार, एनएचपीसी में कार्यरत वरिष्ठ अधिकारी अभियंता हिमांशु शेखर, विरेन्द्र निषाद, विनोद कुमार, रिषि रंजन, अभया आनंद, आशुतोष कुमार, राजेश कुमार, शारदानंद झा, सलाउद्दीन अनसारी, श्रवण कुमार मिश्रा, मयंक किशोर, निवास कुमार, आनंद कुमार सहित समाजसेवी इंजीनियर आरके जायसवाल ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
गौरतलब है कि चौधरी एनएचपीसी में निदेशक (तकनीकी) के पद सहित विभिन्न पदों पर काम किया है। उन्होंने एनएचपीसी के कोयल कारो, कलपोंग, तीस्ता-5 और सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजनाओं में काम किया है। भूटान में मंगदेछु और पुनात्संगछु-।। जलविद्युत परियोजनाओं में निदेशक (तकनीकी) के रूप में भी काम किया है।
उन्होंने भारत और भूटान में जलविद्युत के विकास में सराहनीय योगदान दिया है। चौधरी ने सिक्किम में तीस्ता-5 जलविद्युत परियोजना (510 मेगावाट) और भूटान में मंगदेछु जलविद्युत परियोजना (720 मेगावाट) की कमीशनिंग में सक्रिय भूमिका निभाई है। चौधरी ने भूटान में 1020 मेगावाट की ताला जलविद्युत परियोजना के एचआरटी की मरम्मत में विशेषज्ञ सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।