चंडीगढ़, 8 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा की भाजपा सरकार किसानों पर पूरी तरह मेहरबान है। प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को खरीफ की फसलों पर दो हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से बोनस देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में किसान हित का यह बड़ा फैसला लिया गया है। खरीफ की फसलों पर बोनस की यह राशि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से अलग मिलेगी। पूरे खरीफ सीजन में किसानों को करीब 1300 करोड़ रुपये का बोनस दिया जाएगा।
खरीफ की 14 प्रमुख फसलों में धान, कपास, मक्का, बाजरा, ज्वार, ग्वार, मूंग, मूंगफली, गन्ना, जूट, अरहर, सूरजमुखी, तिल और सोयाबीन की प्रमुख फसलें आती हैं। इनका बिजाई सीजन जून से जुलाई तक होता है। प्रदेश सरकार उन किसानों को भी दो हजार रुपये प्रति एकड़ बोनस प्रदान करेगी, जिनके पास एक एकड़ से कम जमीन है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद फैसले की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में लगातार बड़े फैसले ले रही है। जब से मैं प्रदेश का मुख्य सेवक बना, तब से लगातार किसानों के बीच जा रहा हूं। मैं भी गरीब किसान का बेटा हूं। इस बार हरियाणा में बारिशष कम हुई है। इसलिए फसलों की लागत और किसान की मेहनत ज्यादा बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि वे 15 अगस्त तक मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण करा लें, ताकि उन्हें बोनस का लाभ प्राप्त करने में किसी तरह की परेशानी ना आए। खरीफ सीजन की सब्जियों में भिंडी, टिंडा, तोरई, कद्दू, करेला, खीरा, लौकी, ग्वार फली, चौला फली और घीया प्रमुख शामिल हैं, जबकि खरीफ सीजन के फलों में नाशपाती, जामुन, आम, लीची और अनार प्रमुख हैं।