सोनीपत, 8 अगस्त (हप्र)
पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी योग्यता को लोहा मनवाते हुए देश को हॉकी में 13वां मेडल दिलवाया है। बेशक भारतीय टीम टोक्यो ओलंपिक में मिले मेडल का रंग नहीं बदल सकी, उसके बावजूद टीम ने बेहतर प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया। भारतीय टीम की जीत में सोनीपत के दो खिलाडिय़ों की अहम भूमिका रही। टीम ने बेहतरीन रणनीति के साथ विरोधी स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रांज मेडल जीता है। जिसके साथ ही भारतीय टीम 5 दशक बाद ओलंपिक में लगातार दूसरा मेडल जीता है। टीम की जीत से पूरे देश के साथ जिले में भी जश्न का माहौल है।
गांव कुराड़ निवासी सुमित कुमार ने आज के मैच में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मुकाबले में करीब 9 बार विरोधी टीम को गोल करने से रोका व मौका मिलने पर स्पेन की डी के घुसकर 2 बार गोल दागने का प्रयास किया। उन्होंने अपने अनुभव का सही उपयोग करके मिडफील्ड में भी बेहतर प्रदर्शन किया।
वहीं मयूर विहार निवासी अभिषेक नैन के मुकाबले में 3 बार गोल करने का प्रयास किया। अभिषेक नैन ने मुकाबले की शुरुआत में ही बेहतरीन तरीके से बॉल को करीब 3 प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों के बीच से निकाला और डी तक लेकर गए। उनके पास पर ही बॉल स्पेन के खिलाड़ी के पैर पर जा लगी। जिसके बाद भारतीय टीम को पेनल्टी कार्नर मिला, जिसे भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल में तब्दील किया।
सुमित के भाई जयसिंह ने बताया कि टीम ने कमाल कर दिया है। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि सुमित ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। सुबह से ही टीम की जीत के लिए व्रत रख रखा था। यह ब्रांज मेडल सोने से भी बेहतर है। गांव कुराड़ में सुमित के वापस लौटने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। वहीं अभिषेक नैन के पिता सत्यनारायण ने बताया कि पूरी टीम बेहतर खेली है। उम्मीद गोल्ड मेडल की थी लेकिन यह मेडल भी सोने से कम नहीं है। अभिषेक ने शानदार प्रदर्शन किया है। अभिषेक ने मुकाबले के बाद कहा कि मेडल जीतकर बेहद खुश हूं, जिंदगी से जो चाहिए था वह मिला है। इस लम्हे को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। उन्होंने ओलंपिक ब्रांज मेडल अपने गुरु शमशेर सिंह को समर्पित किया है।